मैनपुरी में 'मिशन शक्ति 5.0' के तहत विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित, छात्राओं को मिला स्वावलंबन और सशक्तिकरण का संदेश
मैनपुरी में 'मिशन शक्ति 5.0' के तहत विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित, छात्राओं को मिला स्वावलंबन और सशक्तिकरण का संदेश
मैनपुरी (अजय किशोर)। उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना *'मिशन शक्ति 5.0'* के तहत जनपद मैनपुरी में महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, स्वच्छता और आत्मनिर्भरता को लेकर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य बालिकाओं और महिलाओं को उनके अधिकारों, स्वास्थ्य, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के प्रति जागरूक करना रहा। कुँ. आर. सी. महिला महाविद्यालय में आयोजित एक जागरूकता गोष्ठी में *महिला स्वास्थ्य एवं स्वच्छता* विषय पर चर्चा हुई, जिसमें *एनएसएस की छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।* विशेषज्ञों ने मासिक धर्म स्वच्छता, पोषण, आत्मरक्षा एवं लैंगिक समानता पर सरल भाषा में महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा कीं।
कॉलेज की प्राचार्या *डॉ. शेफाली यादव* ने महिलाओं के सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन पर बल देते हुए मिशन शक्ति को एक सकारात्मक सामाजिक पहल बताया। वहीं, *आर.सी.एल. वर्ल्ड स्कूल* में महिला कल्याण विभाग द्वारा *सोशल मीडिया आधारित जागरूकता कार्यक्रम* का आयोजन हुआ, जिसमें संरक्षण अधिकारी *अल्का मिश्रा* ने जनपद के महिला व बाल विकास से जुड़े महत्वपूर्ण संकेतकों की जानकारी दी और *सोशल मीडिया* को जागरूकता का प्रभावी माध्यम बताया। उन्होंने बाल विवाह, घरेलू हिंसा, यौन शोषण जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ *सामूहिक जिम्मेदारी* निभाने का आह्वान किया। *पीएम श्री राजकीय बालिका इंटर कॉलेज* में आयोजित कार्यक्रम में *जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह* और *मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु* ने बतौर मुख्य अतिथि सहभागिता की। *सीडीओ नेहा बंधु* ने छात्राओं को नारी सम्मान और स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
डीएम अंजनी कुमार सिंह* ने छात्राओं से अपनी शक्ति को पहचानने और आत्मनिर्भर बनने की अपील की। कार्यक्रम में *प्रोबेशन अधिकारी अल्का मिश्रा* व अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे। सभी कार्यक्रमों में छात्राओं ने पोस्टर, कार्ड और शपथों के माध्यम से सक्रिय भागीदारी निभाई। इन आयोजनों में बड़ी संख्या में छात्राएं, शिक्षिकाएं और अधिकारीगण उपस्थित रहे। मिशन शक्ति के ये कार्यक्रम समाज में *महिला जागरूकता और सकारात्मक परिवर्तन* की दिशा में एक सार्थक प्रयास साबित हो रहे हैं।





