उंगली डालकर थोड़ी चेक करूंगा बोला डॉक्टर', बच्ची को अस्पताल लाई महिला ने सुनाई आपबीती

Oct 17, 2025 - 07:51
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उंगली डालकर थोड़ी चेक करूंगा बोला डॉक्टर', बच्ची को अस्पताल लाई महिला ने सुनाई आपबीती

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले से एक बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यहां एक सरकारी अस्पताल के युवा डॉक्टर पर महिला ने बदसलूकी के आरोप लगाए हैं। महिला ने रोते हुए एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें उसने दावा किया है कि डॉक्टर ने मेरी ढाई साल की मासूम बच्ची के लिए गलत भाषा का इस्तेमाल किया है।

महिला की आपबीती का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायल हो रहा है। दरअसल तीसा इलाके की रहने वाली बबली नाम की महिला ने एक वीडियो जारी कर तीसा अस्पताल के डॉक्टर कुलभूषण पर गंभीर आरोप लगाए. महिला ने वीडियो जारी कर दावा किया, ''मेरी बच्ची के प्राइवेट पार्ट में जलन हो रही थी. मैं उसे पास के तीसा अस्पताल ले गई। वहां डॉक्टर नहीं थे. डॉक्टर ने बिना बच्ची को देखे फोन पर नर्स को दवाई लिखवा दी। लेकिन मैंने ऐसे दवाई लेने से साफ इनकार कर दिया. इसके बाद डॉक्टर ने नर्स को फोन पर कहा कि मैं उंगली डालकर थोड़ी चेक करूंगा। यह बात बताते हुए महिला वीडियो में बहुत रो रही है. महिला का कहना है कि इस तरह के शब्द एक छोटी बच्ची के लिए इस्तेमाल करना बिल्कुल गलत है और डॉक्टर ने क्या सोचकर मेरी बच्ची के लिए इन शब्दों का इस्तेमाल किया? महिला ने वीडियो में कहा कि डॉक्टर के खिलाफ एक्शन लिया जाना चाहिए।

 वहीं, महिला के आरोपों पर अब डॉक्टर कुलभूषण का बयान सामने आया है. उन्होंने वीडियो जारी कर कहा, ''महिला जिस दिन की बात कर रही हैं. उस दिन अस्पताल से स्टाफ का फोन आया था. उन्होंने कॉल पर अपने स्टाफ को महिला की जांच से जुड़ी प्रक्रिया और दवा लिखने का तरीका समझा दिया था. मैंने उंगली वाली बात टेक्निकल मेडिकल टर्म्स में कही थी, जिसका महिला ने गलत मतलब समझ लिया। डॉक्टर कुलभूषण ने कहा, "मेरी किसी को ठेस पहुंचाने या गलत भाषा का इस्तेमाल करने की कोई मंशा नहीं थी। अगर मेरी बातों से किसी प्रकार की गलतफहमी या असुविधा हुई है तो मैं उस महिला और उनके परिवार से माफी मांगता हूं.'' डॉक्टर ने यह भी कहा कि महिला की ओर से सोशल मीडिया पर उनका वीडियो वायरल करना गलत था। इस मामले में अब चंबा के सीएमओ विपिन कुमार ने बताया कि मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है और वह अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी।