Farrukhabad News : हैबियस कॉर्पस केस में फंसीं फर्रुखाबाद की एसपी आरती सिंह, इलाहाबाद हाईकोर्ट सख्त

Oct 16, 2025 - 08:52
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Farrukhabad News : हैबियस कॉर्पस केस में फंसीं फर्रुखाबाद की एसपी आरती सिंह, इलाहाबाद हाईकोर्ट सख्त

हैबियस कॉर्पस केस में फंसीं फर्रुखाबाद की एसपी आरती सिंह, इलाहाबाद हाईकोर्ट सख्त

2017 बैच की आईपीएस अधिकारी पर दो लोगों को अवैध हिरासत में रखने का आरोप, कोर्ट में खुद पेश हुईं

फर्रुखाबाद/ प्रयागराज । उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले की एसपी (पुलिस अधीक्षक) आरती सिंह** इन दिनों सुर्खियों में हैं। उन पर दो व्यक्तियों को **गैर-कानूनी रूप से हिरासत में रखने** का गंभीर आरोप लगा है, जिसे लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। अदालत में सुनवाई के दौरान एसपी आरती सिंह को खुद मौजूद रहना पड़ा। यह मामला **हैबियस कॉर्पस याचिका* से जुड़ा है, जो प्रीति यादव नाम की महिला ने दाखिल की थी। याचिका में उन्होंने आरोप लगाया कि 8 सितंबर 2025 की रात लगभग 9 बजे*, फर्रुखाबाद के सीओ और थाना प्रभारी अनुराग मिश्रा समेत 4-5 पुलिसकर्मी **बिना वारंट** उनके घर में घुसे और दो लोगों को जबरन उठाकर ले गए।

 प्रीति यादव का कहना है कि इन दोनों व्यक्तियों को **एक हफ्ते तक गैर-कानूनी हिरासत** में रखा गया और उनसे एक **लिखित बयान जबरन लिया गया**, जिसमें यह कहा गया कि वे इस संबंध में कोई शिकायत या याचिका दाखिल नहीं करेंगी। हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान पुलिस ने वही जबरन लिया गया **लिखित बयान** कोर्ट में पेश किया। लेकिन प्रीति यादव ने **शपथ पत्र** के माध्यम से असली बयान दर्ज कराया और **पुलिस की मनमानी** को उजागर किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट के **जस्टिस जेजे मुनीर और जस्टिस संजीव कुमार** की पीठ ने **एसपी आरती सिंह को कोर्ट में तलब** किया। बुधवार को भी इस मामले में सुनवाई जारी रही।

■ कौन हैं आईपीएस आरती सिंह?

★ बैच**: 2017 बैच की आईपीएस अधिकारी

★जन्म**: 1984, सिंगरौली (मध्य प्रदेश) 

★पिता**: उपेंद्र सिंह

★पति**: अनिरुद्ध सिंह (आईपीएस अधिकारी)

★UPSC रैंक**: आरती सिंह - 118वीं, अनिरुद्ध सिंह - 146वीं

★पहली पोस्टिंग**: मथुरा और बनारस में सीओ पद पर

 आईपीएस आरती सिंह के पिता भी आईपीएस अफसर रह चुके हैं। ट्रेनिंग के दौरान ही उन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया और बाद में यूपी पुलिस में विभिन्न ज़िम्मेदारियों को संभाला। हाईकोर्ट में यह मामला अब एक **संवेदनशील कानूनी मोड़** पर पहुंच चुका है। यदि आरोप सही साबित होते हैं, तो यह **न केवल पुलिस प्रशासन**, बल्कि **मानवाधिकारों के उल्लंघन** से जुड़ा गंभीर मुद्दा बन सकता है। इस केस पर पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हैं और आने वाले दिनों में एसपी आरती सिंह के करियर पर भी इसका असर पड़ सकता है।