नोयडा में मॉल के बाहर खड़ी महिला से उसका रेट पूछा जाता है ?
नोयडा में मॉल के बाहर खड़ी महिला से उसका रेट पूछा जाता है ?
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नोएडा की एक महिला का वीडियो शेयर किया था, जिसमें वह आपबीती बता रही थी।
महिला का आरोप था कि वह अपने पति और देवर के साथ गार्डन गैलेरिया मॉल के बाहर खड़ी थी, जब एक शख्स महिला के साथ आया और उसका 'रेट' पूछा लेकिन महिला ने बाद में बताया कि उन्होंने समझौता कर लिया है। अब कहा जा रहा है कि दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर मुकदमा कर दिया है और पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
वायरल वीडियो में नजर आ रही महिला ने बाद में एक वीडियो जारी कर बताया कि उन्होंने समझौता कर लिया है. हालांकि, मिली जानकारी के मुताबिक दोनों पक्षों ने मुकदमा दर्ज कराया और पुलिस ने इस केस में गिरफ्तारी भी की है. मामला सेक्टर 39 का है. पुलिस के मुताबिक, दोनों पक्षों के दो-दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वायरल वीडियो में महिला दूसरे पक्ष पर गंभीर आरोप लगाती नजर आ रही है. वीडियो जीआईपी चौक के बाहर का है।
बताया जा रहा है कि दोनों ही पक्ष ने इस मामले में पुलिस में शिकायत नहीं की थी. मामला रविवार का है, और वीडियो में महिला रोते हुए अपनी आपबीती बता रही है. महिला ने बताया कि जब शख्स ने उससे रेट पूछा तो उसके पति और देवर को गुस्सा आ गया और फिर झड़प हो गई। चार तारीख को मैं, मेरे पति गार्डन गैलेरिया में गए थे. वहां पे एक ग्रुप के साथ हमारी कहासुनी हो गई।
बात ज्यादा बढ़ गई थी. उसके बाद फिर पुलिसकर्मी आए और हम दोनों ग्रुप को चौकी पर ले गए. हम दोनों में आपसी सहमति से समझौता कर लिया. मैंने जो वीडियो सोशल मीडिया पर डाली थी, कल वो शायद किसी के दबाव में डाल दिया. लेकिन अब हम पुलिस कर्मियों की कारवाही से बहुत संतुष्ट हैं।
वीडियो में महिला ने पहले कहा था, "जब मैं अपने पति और देवर के साथ खड़ी थी, तब एक शख्स ने मुझसे मेरा रेट पूछा. उस शख्स के साथ आई एक महिला ने हमें धमकाते हुए कहा कि उसके पिता और मामा डीएसपी हैं। मैंने महिला से कहा कि इसका कोई मतलब नहीं है। मैंने उससे कहा कि तुम्हारे साथ जो शख्स है, उसने मेरा रेट पूछा. क्या इस तरह का व्यवहार किसी पति और देवर को गुस्सा नहीं दिलाएगा?
जब उन्होंने उस पर चिल्लाया, तो महिला ने हमें झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देना शुरू कर दिया। फिर उसने आगे कहा, "जबकि महिला और पुरुष पुलिस के साथ अंदर बैठे हैं; हमें अंदर जाने से मना कर दिया गया है और वे हमारी बात सुनने को तैयार नहीं हैं।
क्या यही न्याय है जिसकी बात सीएम योगी आदित्यनाथ करते हैं?" रिपोर्ट के मुताबिक, वे गौर सिटी में रहते हैं। पुलिस के मुताबिक, दोनों पक्षों ने कहा कि वे एक-दूसरे के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज करने के बजाय अपने मतभेदों को आपस में सुलझाना पसंद करेंगे।