उटंगन और खारी नदियों के जल प्रबंधन पर सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा सक्रिय, ड्रोन मैपिंग व कोट बांध गेट मरम्मत की मांग
उटंगन और खारी नदियों के जल प्रबंधन पर सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा सक्रिय, ड्रोन मैपिंग व कोट बांध गेट मरम्मत की मांग
आगरा। जिले की गिरती भूजल स्थिति और सिंचाई संकट को ध्यान में रखते हुए सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा ने जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. मंजू भदौरिया से उनके कैंप ऑफिस पर मुलाकात कर उटंगन और खारी नदियों के जल प्रवाह को व्यवस्थित करने की मांग की। बैठक में मानसून कालीन जल संचय, ड्रोन मैपिंग, सतही जल के ठहराव और कोट बांध की मरम्मत को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव सामने आए। सिविल सोसाइटी के सचिव अनिल शर्मा ने कहा कि आगरा जनपद की नदियों का प्रवाह पांच जलवायु क्षेत्रों से पोषित है, इसके बावजूद वाटरशेड प्लानिंग की पूरी तरह अनदेखी की गई है। उन्होंने प्रस्ताव रखा कि सिरौली गांव (फतेहपुर सीकरी), मोतीपुरा (फतेहाबाद), अरनोटा और रिहावली गांव जैसे स्थानों पर ड्रोन तकनीक से उटंगन नदी का बारीकी से सर्वेक्षण किया जाए। यह कार्य कुशल ड्रोन पायलट या रिवर पुलिस टीम के सहयोग से कराया जा सकता है।
सदस्य राजीव सक्सेना ने राजस्थान स्थित कोट बांध की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि यह बांध विद्य पहाड़ी श्रृंखला के जल संग्रह का मुख्य केंद्र है। बावजूद इसके, इसके गेटों की खराब स्थिति के कारण पानी अव्यवस्थित रूप से बह जाता है। उन्होंने सुझाव दिया कि आगरा प्रशासन, भरतपुर प्रशासन को पत्र लिखकर गेटों की मरम्मत की मांग करे, ताकि उत्तर प्रदेश के क्षेत्रों को भी इस जल का लाभ मिल सके। जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. मंजू भदौरिया ने सहमति जताते हुए कहा कि उटंगन नदी और उसके स्रोत आगरा की गिरती भूजल स्थिति को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि ड्रोन मैपिंग और राजस्थान सरकार को पत्र भेजने की प्रक्रिया को दोबारा गति दी जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मानसून के जल को अधिकतम समय तक संचित रखने और व्यवस्थित रूप से उपयोग करने के लिए प्रयास तेज किए जाएंगे। फोटो जर्नलिस्ट असलम सलीमी ने कहा कि आगरा की जल संचय संरचनाएं लंबे समय से अनुरक्षण और उचित प्रबंधन का इंतजार कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब सिर्फ तस्वीरें नहीं, बल्कि सकारात्मक प्रयासों को भी कैमरे में कैद किया जाए ताकि बदलाव की शुरुआत हो।
बैठक में सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा से अनिल शर्मा, राजीव सक्सेना और असलम सलीमी शामिल रहे। सभी ने मिलकर जिले में जल प्रबंधन की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया।





