प्रभारत रत्न राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन जी की 141 वीं जयंती के उपलक्ष में "योग कैंप"
प्रभारत रत्न राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन जी की 141 वीं जयंती के उपलक्ष में "योग कैंप"
आज खत्री सभा (पंजी॰) आगरा ने भारत रत्न राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन जी की 141 वीं जयंती के उपलक्ष में "योग कैंप" का आयोजन, सूर्य नगर पार्क सामने पंजाब नेशनल बैंक, आगरा में किया ।
सर्व समाज ने इस में उपस्थित हो कर "योग" किया। योगाचार्य श्री ने स्वस्थ रहने के लिए विभिन्न योगासन करवा कर उन पर व्याख्या की। भागम भाग जीवन शैली में योग करने के बहुत फायदे हैं। हम सब को भारत रत्न राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन जी के जीवन से प्रेरणा ले कर उच्च जीवन जीने के लिए अग्रसर होना चाहिए ।
योग करने के बाद श्री ओम सेठ ने बताया के पुरुषोत्तम दास टंडन बहुत ही सक्रिय और कर्मठ गांधीवादी स्वतंत्रता सेनानी थे. हिंदी साहित्य और हिंदी भाषा के उत्थान के लिए उनका विशेष योगदान रहा था. उन्होंने हमेशा ही देश और हिंदी के लिए खुद के समर्पण को तैयार रखा था. वे स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ ही देश के समर्पित राजनयिक, कुशल वक्ता, ऊर्जावान पत्रकार, कवि, लेखक, साहित्यकार, समाज सुधारक और समाज सेवी होने के साथ एक बहुत ही संत स्वभाव के व्यक्तित्व थे. अमित खत्री ने अहम जानकारी देते हुए उपस्थित बंधुओं को यह बताया और प्रण लिया के हम सब उनके जीवन के बारे में सर्व समाज को बता कर प्रेरित करेंगे - पुरुषोत्तम दास टंडन के बहुआयामी और प्रतिभाशाली व्यक्तित्व को देखकर उन्हें 'राजर्षि` की उपाधि से विभूषित किया गया। १५ अप्रैल सन् १९४८ की संध्या वेला में सरयू तट पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ महंत देवरहा बाबा ने आपको 'राजर्षि` की उपाधि से अलंकृत किया।
कुछ लोगों ने इसे अनुचित ठहराया, पर ज्योतिर्मठ के श्री शंकराचार्य महाराज ने इसे शास्त्र सम्मत माना और काशी की पंडित सभा ने १९४८ के अखिल भारतीय सांस्कृतिक सम्मेलन के उपाधि वितरण समारोह में इसकी पुष्टि की। तब से यह उपाधि उनके नाम के साथ अविच्छिन्न रूप से जुड़ी हुई स्वयं अलंकृत हो रही है। यह सब से बड़ी विडम्बना है, भारत रत्न राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन जी की जयंती पूरे देश में ज़ोर से नहीं मनाई जाती, उन्होने पूरे देश और समाज के लिए अपना जीवन लगा दिया।
आज के प्रोग्राम में अमित खत्री ,अध्यक्ष , विकास मेहरा, उपाध्यक्ष, आरती मेहरा, सचिव, नेहा सहगल, सहसचिव, विकास कक्कड़, कोषाध्यक्ष, सन्तोष कपूर, सहकोषाध्यक्ष, आर0 के0 टण्डन, सदस्य , अमरीश सरीन, सदस्य, ओम सेठ, सदस्य, अजय कपूर, सदस्य, सिद्धि कपूर, सदस्य, शीला बहल, सदस्य, विजित सहगल, सदस्य, नितिन मेहरोत्रा, सदस्य, राजू मेहरा, सदस्य, पंकज मेहरा, सदस्य, रोहित कत्याल, सदस्य, पायल अरोरा, सदस्य, निधि कपूर, सदस्य आदि उपस्थित रहे। कैंप का समापन स्वल्पाहार के साथ सम्पन्न है।