डीएम साहब! हाईकोर्ट के आदेश को ताक पर रख जैथरा नगर पंचायत करा रही दुकानों की नीलामी
डीएम साहब! हाईकोर्ट के आदेश को ताक पर रख जैथरा नगर पंचायत करा रही दुकानों की नीलामी
★कोर्ट ने दोनों पक्षों को यथास्थिति बनाए रखने का दिया है आदेश
★याची ने नीलामी प्रक्रिया रुकवाने को एडीएम को दिया प्रत्यावेदन
एटा। डीएम साहब! जमीन के स्वामित्व का विवाद हाईकोर्ट में विचाराधीन है। कोर्ट ने दोनों पक्षों को विवादित भूमि पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है। इसके बाद भी जैथरा नगर पंचायत प्रशासन संबंधित भूमि पर निर्मित दुकानों की नीलामी कर रहा है। यह कोर्ट के आदेश की अवमानना है। जैथरा नगर पंचायत के मोहल्ला शास्त्री नगर निवासी बुंदादेवी ने अपर जिलाधिकारी प्रशासन सत्यप्रकाश को प्रत्यावेदन देकर नीलामी प्रक्रिया को अविलंब स्थगित किए जाने की गुहार लगाई है। उन्होंने एडीएम को बताया कि गाटा संख्या- 3979 मौजा जैथरा अंदर चुंगी में उनकी 0.202 हेक्टेयर भूमि है। नगर पंचायत प्रशासन ने संबंधित भूमि पर अपना दावा जताते हुए जबरन 16 दुकानों का निर्माण करा दिया । जिसका वाद स्थानीय व्यवहार न्यायालय एवं उच्च न्यायालय इलाबाद में लंबित है।
दोनों न्यायालयों से संबंधित विवादित भूमि पर यथास्थिति बनाए रखने के आदेश पारित किए गए हैं। संबंधित आदेशों की जानकारी नगर पंचायत प्रशासन को भी है। इसके बाद भी नगर पंचायत के अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी ने 17 अक्टूबर, 2025 को दैनिक समाचार पत्र में तीन दुकानों की नीलामी प्रक्रिया को लेकर सूचना जारी करा दी। जारी सूचना के अनुसार नगर पंचायत जैथरा के अंतर्गत स्थित नवनिर्मित दुकानें ब्लॉक सी में 3 दुकानों की नीलामी आज 30 अक्टूबर को नगर पंचायत सभाकक्ष में होगी। जिला सहकारी बैंक, एटा के पूर्व अध्यक्ष शिवकुमार यादव की मां याची बुंदादेवी ने एडीएम से नीलामी प्रक्रिया को अविलंब स्थगित कराने की मांग की है। उन्होंने बताया कि जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा यदि नीलामी प्रक्रिया को स्थगित नहीं किया गया, तो संबंधित के विरुद्ध उच्च न्यायालय में अवमानना याचिका दाखिल करेंगी।
नगर पंचायत ने बनवाया है कॉम्प्लेक्स -
एटा: नगर पंचायत जैथरा ने बिजलीघर के पास खाली पड़ी विवादित जमीन पर 16 दुकानों की कतार खड़ी कर एक कॉम्प्लेक्स बनावाया है, जिसे अटल कॉम्प्लेक्स का नाम दिया है। इसी में से तीन दुकानों की नीलामी आज प्रस्तावित है। यह कॉम्लेक्स निर्माण के समय से ही विवाद में पड़ गया। निर्माण रुकवाने को याची बुंदादेवी ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट ने निर्माण पर रोक लगा दी। एक दुकान का शटर आज भी आधा खुला पड़ा है। जल्दबाजी में बनाई गई नगर पंचायत की यह योजना अधर में लटक गई। जिस तेज गति से दुकानों का निर्माण कराया गया था, उस समय ही लोग इस योजना के भविष्य को लेकर आशंकित हो गए थे। निर्माण के यह स्थिति रही थी रात में जनरेटर लगाकर कार्य को अंजाम दिया गया।





