चित्र प्रदर्शनी में काशी और तमिलनाडु के महान विभूतियों के जीवन दर्शन को हजारों लोगों ने जाना
चित्र प्रदर्शनी में काशी और तमिलनाडु के महान विभूतियों के जीवन दर्शन को हजारों लोगों ने जाना
*केंद्रीय संचार ब्यूरो के चित्र प्रदर्शनी में चित्र कला और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने लिया भाग, विजेताओं को पुरस्कार और प्रमाण पत्र से किया गया सम्मानित*
वाराणसी । वाराणसी के नमो घाट पर आयोजित 'काशी तमिल संगमम् 4.0' में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा 3 से 15 दिसम्बर तक लगाई गई चित्र प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र बनी रही l 13 दिन तक चली प्रदर्शनी को हजारों की संख्या में छात्र-छात्राओं, विभिन्न शिक्षण संस्थानों से आए हुए शिक्षक, तमिलनाडु से आये विभिन्न समूह, पत्रकारगण एवं जन सामान्य द्वारा प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। काशी और तमिलनाडु के बीच सदियों पुराने संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने वाले 'काशी तमिल संगमम्' के चतुर्थ संस्करण में केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा लगायी गयी चित्र प्रदर्शनी में तमिलनाडु एवं काशी की महान विभूतियों के राष्ट्र निर्माण में योगदान एवं उनकी उपलब्धियां को दर्शाया गया ।
चित्र प्रदर्शनी में तमिलनाडु की महान विभूतियों जैसे ऋषि अगस्त्य, तमिल महिला कवि संत अव्वैयार, तमिल कवि संत तिरुवल्लुवर, कवयित्री और संत कारैकल अम्माइयार, भक्ति आंदोलन की कवि एवं संत अंडाल (कोधाई), थिरूनावुक्कारसर, तमिल कवि और समाज सुधारक श्री रामलिंग स्वामी (वल्लालर), तमिल विद्वान यू. वी. स्वामीनाथ अय्यर, अग्रणी समाज सुधारक, चिकित्सक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, ब्रिटिश भारत में पहली महिला विधायक डॉ. मुथुलक्ष्मी रेड्डी, गणितज्ञ श्री निवास रामानुजन, अविष्कारक और उद्योगपति जी.डी. नायडू, खगोलशास्त्री सुब्रमण्यम चंद्रशेखर, भारत में हरित क्रांति के जनक डा. एम. एस. स्वामीनाथन, भारत के पूर्व राष्ट्रपति मिसाइल मैन डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम, नोवेल पुरस्कार विजेता वेंकटरामन रामकृष्णन, स्वतंत्र भारत के प्रथम गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं महान दार्शनिक डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन, नोबेल पुरस्कार विजेता एवं महान वैज्ञानिक चंदशेखर वेंकट रमन, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, सुप्रसिद्ध राजनेता एवं भारत रत्न के. कामराज, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं सुप्रसिद्ध राजनेता चिदंबरम सुब्रमण्यम, महान अभिनेता एवं राजनेता एम. जी. रामचंद्रन काशी की महान विभूतियां जैसे - संत कबीरदास, संत रविदास, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं शिक्षाविद पंडित मदन मोहन मालवीय, सुप्रसिद्ध शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खान, विश्व प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीतकार पंडित रविशंकर, महान साहित्यकार जयशंकर प्रसादइत्यादि के जीवन दर्शन को सचित्र हिंदी और तमिल भाषा के शब्दों में दर्शाया गया l
चित्र प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में किये जा रहे सरकार के जन कल्याणकारी नीतियों, प्रयासों एवं योजनाओं को भी दर्शाया गया है। जिसमें केंद्र सरकार द्वारा हाल में श्रम सुधार के लिए बनाये गये कानूनो, विभिन्न वस्तुओं एवं सेवाओं पर जीएसटी के दरों को कम करने के लिये किए गये प्रयासों की जानकारी दर्शकों और जनसामान्य के लिए प्रदर्शित की गई । प्रदर्शनी अवधि में दर्शकों के मध्य चित्र कला, प्रश्नोत्तरी प्रीतियोगितायें आयोजित की गयीं और विजेताओं को प्रीति, उजाला सरोज, प्रशांत प्रजापति, श्रेया शुक्ला, शिवांगी, कृति कश्यप, दिया, संध्या, सिमरन,अन्नू, विनीत कुमार, अंकिता सहित सैकड़ों प्रतिभागियों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किया गया l प्रदर्शनी के नोडल अधिकारी जय सिंह, आईआईएस ने बताया की प्रदर्शनी देखने वालों में काफ़ी उत्साह रहा l प्रधानमंत्री के विजन को आम जन तक पहुंचाने में चित्र प्रदर्शनी सफल रही l इस प्रदर्शनी में केंद्रीय संचार ब्यूरो, वाराणसी के सहायक निदेशक डॉ लाल जी एवं पीआईबी के मीडिया एवं संचार अधिकारी प्रशांत कक्कड़, भारत भूषण तिवारी, प्रदीप राजभर, अर्चित, विनीत कुमार सहित सभी का सहयोग रहा।