बदायूँ में राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य आयोजन, 49,071 वादों का निस्तारण
बदायूँ में राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य आयोजन, 49,071 वादों का निस्तारण
बदायूँ। माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशों के क्रम में तथा माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूँ श्री विवेक संगल के निर्देशन में आज दिनांक 13 दिसंबर 2025 को जनपद बदायूँ में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ जनपद न्यायालय परिसर में मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर श्री विवेक संगल ने राष्ट्रीय लोक अदालत को राष्ट्रीय लोक कल्याणकारी दिवस के रूप में मनाने की आवश्यकता पर बल देते हुए न्यायिक अधिकारियों एवं बैंक अधिकारियों को अधिक से अधिक वादों के निस्तारण हेतु बधाई दी। साथ ही दिव्यांगजन विभाग के सहयोग से एक दिव्यांगजन को ट्राई-साइकिल का वितरण भी किया गया।
अपने संबोधन में श्री संगल ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत एक ऐसा मंच है, जहां पक्षकार आपसी समझौते के माध्यम से सस्ता, सरल एवं त्वरित न्याय प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बैंक अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए आमजन से बैंक विवादों को लोक अदालत के माध्यम से सुलझाने की अपील की। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूँ श्रीमती शिव कुमारी ने राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आपराधिक शमनीय वाद, एनआई एक्ट की धारा 138, मोटर दुर्घटना दावे, पारिवारिक व वैवाहिक विवाद, श्रम विवाद, भूमि अधिग्रहण, किरायेदारी, ट्रैफिक चालान, राजस्व व विद्युत बिल से संबंधित मामलों का निस्तारण लोक अदालत के माध्यम से किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुटुम्ब न्यायालय द्वारा पारिवारिक विवादों का निस्तारण किया गया। मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण द्वारा 57 वादों का निस्तारण करते हुए ₹3,49,34,600 की क्षतिपूर्ति पीड़ितों को दिलाई गई। उपभोक्ता फोरम में 7 वादों का निस्तारण कर ₹46,51,791 की धनराशि तथा स्थायी लोक अदालत द्वारा 4 वादों में ₹12,54,000 की क्षतिपूर्ति प्रदान की गई।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, बदायूँ के न्यायालय में प्री-लिटिगेशन स्तर पर 41,464 मामलों तथा न्यायालयों में लंबित 7,607 मामलों का निस्तारण किया गया। इस प्रकार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 49,071 वादों का सफलतापूर्वक निस्तारण हुआ। कार्यक्रम में जनपद न्यायालय के समस्त न्यायिक अधिकारीगण, बार एसोसिएशन के अधिवक्तागण, बैंक अधिकारी, कर्मचारी, स्वयंसेवक एवं बड़ी संख्या में वादकारी उपस्थित रहे। सभी के समन्वित प्रयासों से राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाया गया।