ढाई लाख की ठगी करने वाले 02 शातिर अभियुक्तों को कासगंज पुलिस ने किया गिरफ्तार
कासंगज ~ 02 शातिर साइबर ठग चढ़े कासगंज पुलिस के हत्थे, वादी से दोस्ती के बहाने उसकी सिम पोर्ट कराकर किया था ढ़ाई लाख रुपए का फ्राड, घटना में प्रयुक्त 02 मोबाइल फोन व 2310 रुपए बरामद।
घटना दिनांक 09.10.2025 को वादी राजेश कुमार पुत्र श्री रामपाल सिंह निवासी ग्राम तैयबपुर कमालपुर थाना ढोलना जनपद कासगंज द्वारा साईबर थाना जनपद कासगंज पर इस आशय की सूचना दी गई कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने वादी की सिम पोर्ट कराकर उसके खाते से करीब 2,50,000 रुपए निकाल लिए हैं। इस सूचना पर साईबर थाना कासंगज पर मुअसं- 20/25 धारा 318(4), 336(3), 340(2), 61(2), 317(2) बीएनएस व 66डी आईटी एक्ट पंजीकृत किया गया अधीक्षक कासगंज अंकिता शर्मा के निर्देशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक कासगंज सुशील कुमार के पर्यवेक्षण एवं क्षेत्राधिकारी साइबर क्राइम अमित कुमार के नेतृत्व में थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम द्वारा आज दिनांक 27.10.25 को मुकदमा उपरोक्त की विवेचना से प्रकाश में आए 02 शातिर अभियुक्त संदेश यादव पुत्र श्रीकृष्ण निवासी ग्राम नगला देवी थाना औंछा जनपद मैनपुरी (उम्र करीब 24 वर्ष) ,अवनीश यादव पुत्र बालासहाय निवासी ग्राम नगला देवी थाना औंछा जनपद मैनपुरी (उम्र करीब 23 वर्ष) को समय करीब 10.30 बजे रेलवे स्टेशन कासंगज के पास अहरौली फाटक से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 02 मोबाइल फोन व 2310 रुपए बरामद हुए हैं। जानकारी से पता चला कि वादी राजेश और अभियुक्त अवनीश नोएडा में एक ही कंपनी में काम करते थे। कंपनी में फोन ले जाना प्रतिबंधित था पर वादी चोरी छिपे फोन ले जाता था। वादी की दोस्ती अभियुक्त अवनीश से हो गई, अवनीश भी वादी के फोन से कभी-कभी बात कर लेता था। इसी दौरान वादी ने अभियुक्त अवनीश को बातों बातों में बता दिया कि उसके बैंक एकाउंट में करीब ढाई लाख रुपए हैं। रुपयों के लालच में आकर अभियुक्त अवनीश ने बात करने के लिए वादी का फोन लिया और उस फोन से सिम पोर्ट कराने के लिए वादी के फोन पर ही आए कोड को अपने दूसरे साथी संदेश जोकि इसी के गांव का था और नोएडा में ही swiggy कंपनी में डिलीवरी बॉय का काम करता था, को भेज दिया।प्लान के तहत संदेश ने अपने ही गांव के नोएडा में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले तीसरे लड़के नारायण से कहा कि उसे एक सिम निकलवानी है, नारायण ने एक POS (point of sale) से जाकर अपनी id से सिम निकलवाकर संदेश को दे दी। चूंकि यह सिम वादी की सिम को पोर्ट करके प्राप्त हुई थी, इसलिए इसका नंबर भी वादी का ही नंबर रहा। इस नई सिम के प्राप्त हो जाने के बाद संदेश एवं अवनीश द्वारा नई सिम जिससे कि वादी का अकाउंट नंबर संबद्ध था, पर फोन पे, गूगल पे डाउनलोड किया गया जिनके पिन अवनीश को पहले से मालूम थे तथा अलग अलग जनसेवा केंद्रों से जाकर सारे रुपए निकाल लिए गए।अभियुक्तों के विरुद्ध थानास्तर से आवश्यक वैधानिक कार्यवाही करते हुए न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा रहा है।





