Agra News : में भागकर आई हूँ, मुझे बचालो? सिगरेट से जलाकर मेरे साथ गन्दा काम करते हैं 9 वर्षीय नाबालिग
Agra News : में भागकर आई हूँ, मुझे बचालो? सिगरेट से जलाकर मेरे साथ गन्दा काम करते हैं 9 वर्षीय नाबालिग

आगरा। मैं भागकर आई हूं, प्लीज मुझे बचालो, यह देखो मेरे शरीर पर चोटों के निशान, ये (गीता) मुझसे गलत काम (देह व्यापार) कराती है। छुट्टन, गीता का बेटा अमित तीनों मना करने पर मारते हैं, मैं छत से कूदकर, भागकर आई हूं। जब मासूम बालिका ने यह बात कही तो मददगार अजय सिंह के साथ पुलिस की भी रूह कांप गई। बालिका ने बताया कि मैंने घर की कुंडी लगा दी थी। उसकी शरीर पर जगह-जगह चोटों के निशान थे। सिर और हाथों से खून भी निकल रहा था। पुलिस ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी।
डीसीपी सिटी सोनम कुमार के मुताबिक, बालिका ने पूछताछ में बताया है कि देह व्यापार के विरोध पर उसे पीटा जाता था। सिगरेट से दागते भी थे। गीता का बेटा पीटता था। घर का काम भी कराया जा रहा था। घर से बाहर निकलने की मनाही थी। धमकाकर रखा जाता था। वह किसी बाहरी व्यक्ति से बात नहीं कर सकती थी। उस पर आरोपी नजर रखते थे। गीता उसका मुंह बांधकर रखती थी, जिससे चीख न सके। पुलिस ने उसका मेडिकल कराया। कई जगह चोट और दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। फिलहाल बालिका को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे बाल गृह भेजा गया है। डीसीपी सिटी ने बताया कि बालिका के साथ ऐसा करने वालों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी। बालिका की काउंसिलिंग भी कराएंगे, जिससे वह सदमे से उबर सके। पुलिस ने गीता के बड़े बेटे अमित को भी आरोपी बनाया जा रहा है। वहीं उसका एक बेटा नाबालिग है। वह भी मारपीट करता था। उसे भी जांच के बाद आरोपी बनाया जाएगा। नौ साल की बालिका को खरीदा... करा रहे थे देह व्यापार आगरा के सदर क्षेत्र में नौ वर्षीय बालिका की खरीद फरोख्त कर देह व्यापार कराने का मामला सामने आया है।
बालिका ने महिला के चंगुल से भागकर एक राहगीर से मदद मांगी। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। उसने विरोध करने पर पीटने, सिगरेट से दागने की बात की। पुलिस ने केस दर्ज कर कथित मां गीता को गिरफ्तार किया है। मामला मानव तस्करी गिरोह से जुड़ा होने के कारण एसीपी सदर के नेतृत्व में टीम गठित की गई है। न्यू सीता नगर निवासी अजय सिंह भारतीय किसान यूनियन स्वराज के जिलाध्यक्ष हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह शनिवार शाम को किसी काम से ग्वालियर मार्ग पर गए थे। तभी एक बालिका उनके पास रोते हुए आई। हाथ जोड़कर पैरों में गिर गई। यह देखकर वह घबरा गए। बालिका को उठाया। चुप करने के बाद रोने का कारण पूछा। वह मदद की कहने लगी। बालिका के शरीर पर चोटों के निशान थे। बालिका को पानी पिलाने के बाद पूछताछ की। उसने बताया कि मेरी मां मारपीट करती है। गलत काम कराती है। यह सुनकर वो सन्न रह गए। इस पर उसे थाना सदर ले गए, जहां से उन्हें चौकी बुंदू कटरा भेज दिया गया। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी। एसीपी सदर हेमंत कुमार भी पहुंच गए। मामले में अजय सिंह की तहरीर पर देह व्यापार निवारण अधिनियम, पॉक्सो एक्ट के तहत केस लिखा गया है। इसमें (कथित मां) गीता, मोहित, दिलीप कुमार, शोहिल को नामजद किया गया है।
डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि बालिका से पूछताछ की गई। इसके बाद सदर स्थित खत्ता काॅलोनी निवासी गीता को गिरफ्तार किया गया। उसने पूछताछ में बताया कि वह दो साल पहले शालू व कुनाल से बालिका को 60 हजार रुपये में खरीदकर लाई थी। उसे अपने घर में रख लिया। उससे देह व्यापार कराती थी। पुलिस अब उसके साथियों की तलाश कर रही है। मोहित, दिलीप कुमार और शोहिल ने भी बालिका के साथ गलत काम किया था। पुलिस की पड़ताल में मामला सामने आया कि गीता ने तीन शादी की है। वह वर्तमान में तीसरे पति मानिक चंद के साथ रहती है। उनके तीन बच्चे हैं। उसकी एक बेटी विवाहित है। बालिका से पहली बार गीता के बेटे अमित ने दुष्कर्म किया था। पुलिस ने आरोपी की बेटी से पूछताछ की। उसने बताया कि मां रुपयों के लालच में यह सब करा सकती है। डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि नौ वर्षीय बालिका को राजस्थान से खरीदकर आगरा लाया गया है। उसके माता-पिता कौन हैं? यह पता नहीं चला है। बालिका भी कोई जानकारी नहीं दे पा रही है। वह तब सात साल की थी। उसकी खरीद-फरोख्त कर दी गई।
महिला पुलिसकर्मियों ने बालिका से बातचीत की। उसने यही बताया कि उसके घर में बड़ा सा गेट है। अब पुलिस बालिका की मदद से उसके घर के पते और माता-पिता के बारे में पता लगाने का प्रयास कर रही है। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि महिला गीता बालिका को 2 साल पहले खरीदकर लाई थी। सदर क्षेत्र निवासी शालू और कुनाल ने उसे बेचा था। दोनों बालिका को जयपुर के महेंद्र से खरीदकर लाए थे। इससे मामला मानव तस्करी का लग रहा है। इसको देखते हुए एक टीम को महेंद्र और अन्य की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया है। वह कहां रहता है? क्या करता है? उसके अपना गिरोह तो नहीं बना रखा है? इस सबकी जानकारी उसकी गिरफ्तारी के बाद ही हो सकेगी।