3 महीने तक होटल में फ्री खाना खाता रह दरोगा, पोल खुलने पर ...
3 महीने तक होटल में फ्री खाना खाता रह दरोगा, पोल खुलने पर ...
प्रयागराज। खुद को दारोगा बताकर अंदावा, हनुमानगंज में होटल, ढाबे में नाश्ता व खाना खाने वाले जालसाज को पुलिस ने करीब 90 दिन बाद गिरफ्तार किया। उसे अंदावा स्थित एक होटल से रविवार दोपहर पकड़ा गया। सरायइनायत पुलिस से करीब तीन माह से कुछ होटल व ढाबे वाले शिकायत कर रहे थे कि थाने के एक दारोगा मुफ्त में नाश्ता व खाना खाते हैं।
अगर भूल से किसी ने रुपये मांग लिए तो उल्टा-सीधा बोलने लगते हैं। हालांकि, कोई दारोगा का नाम नहीं बता पा रहा था, क्योंकि वह हमेशा सादे कपड़ों में ही पहुंचता था। करीब एक माह पहले अंदावा स्थित एक होटल के संचालक ने थाना प्रभारी संजय गुप्ता से बताया कि एक युवक होटल पर आया। खुद को थाने का दारोगा बताते हुए कहा कि थानाध्यक्ष के करीबी दो लोग आने वाले हैं। उनके लिए दो दिन तक कमरे व खाने की व्यवस्था करनी है। जिस पर होटल संचालक ने दो दिन तक एक कमरे की व्यवस्था की। खाने का इंतजाम किया। हालांकि, थानाध्यक्ष को होटल संचालक ने जब यह बताया था, तब दोनों यहां से जा चुके थे। होटल संचालक से कहा गया था कि दोबारा आए तो तत्काल सूचना दें।
रविवार दोपहर युवक होटल पर पहुंचा और खाने का आर्डर दिया। संचालक ने उसे पहचान लिया और पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में दारोगा शुभम शर्मा दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और उसे पकड़ लिया। थाने लाकर पूछताछ की गई। थानाध्यक्ष संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि आरोपित का नाम अरुण यादव निवासी मोहम्मदाबाद गाजीपुर है। अंदावा के पास पटेल नगर रामापुर में उसने मकान बनवा रखा है। वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता है। क्षेत्र के कई ढाबों और होटलों में फर्जी दारोगा बनकर वह खाना खाता था। तीन माह से इसकी शिकायत मिल रही थी। उसका शांतिभंग में चालान किया गया है।
पूछताछ में उसने बताया कि उसके चाचा सिपाही हैं। करीब दस वर्ष पहले सरायइनायत थाने में तैनात थे। वह उनसे मिलने आया करता था। पुलिस किस तेवर में बातचीत करती है, वह जानता था और इसी का लाभ उठा रहा था। उसने अपनी बाइक में पुलिस भी लिखवा रखा था। हालांकि, उसने वर्दी नहीं बनवाई थी। हमेशा सादे कपड़े में ही रहता था।