Gaziyabad Crime: बन्द पड़े पिज्जा सेंटर में सेक्स रेकिट का भंडाफोड़

Feb 18, 2024 - 09:00
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Gaziyabad Crime: बन्द पड़े पिज्जा सेंटर में सेक्स रेकिट का भंडाफोड़
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गाजियाबाद शहर में बंद पड़े पिज्जा सेंटर की आड़ में सेक्स रैकेट चल रहा था। कई दिन से सेंटर पर चोरी छिपे युवक-युवतियां आ रहे थे।

देह व्यापार का शक होने पर स्थानीय लोग काफी दिन से इन सब गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। शनिवार दोपहर पिज्जा सेंटर के अंदर तीन जोड़ों को जाते देख स्थानीय लोगों ने वहां पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। अंदर मौजूद लोगों ने गेट बंद कर लिया।

मौके पर भीड़ जुटने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक-युवतियों को बामुश्किल बाहर निकाला। अफरा-तफरी के बीच दो युवक मौका पाकर भाग निकले। मामले में एक युवक के खिलाफ छेड़छाड़ के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। तलाशी के दौरान पुलिस को अंदर से कई आपत्तिजनक सामान भी मिलें हैं।

मामला शहर कोतवाली क्षेत्र की सीमा में कैलसा बाईपास मार्ग का है। कुछ दिन पहले यहां एक पिज्जा सेंटर खुला था लेकिन कई दिनों से सेंटर से वह बंद पड़ा था। संचालक ने युवक-युवतियों के बैठने के लिए बेसमेंट में बकायदा गत्ते के केबिन भी बना रखे थे।

बीते कई दिन से यहां पर चोरी-छुपे युवक-युवतियों के आने-जाने का सिलसिला चल रहा था। स्थानीय लोगों की इन सभी गतिविधियों पर नजर थी। शनिवार दोपहर भी कुछ ऐसा ही हुआ, तीन युवक और युवतियां यहां पहुंचे और खामोशी से अंदर चले गए। शक होने पर स्थानीय लोगों ने पिज्जा सेंटर पर पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। उस वक्त तीन युवक और तीन युवतियां अंदर मौजूद थे।

 हंगामा होने पर दो युवक वहां से भाग निकले, बाकी ने गेट को अंदर से बंद कर लिया। हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर आ गई। अफरा-तफरी के बीच में वहां सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी थी। गेट नहीं खुलने पर पुलिस दीवार के सहारे सीढ़ी लगाकर छत पर पहुंची और युवक-युवतियों को जैसे-तैसे बाहर निकाला, बाद में उन्हें कोतवाली लाया गया। परिजनों को बुलाकर युवतियों को उनके सुपुर्द कर दिया।

वहीं युवक के खिलाफ छेड़छाड़ के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की। प्रभारी निरीक्षक सनोज प्रताप सिंह ने कार्रवाई की पुष्टि की। बताया जा रहा है कि बंद पड़े पिज्जा सेंटर में काफी वक्त से सेक्स रैकेट का धंधा चल रहा था।

शाम ढलने के बाद भी यहां युवतियों को आना-जाना लगा रहता था वहीं दिन में बेसमेंट में बने जोड़ों को केबिन एक घंटे पर किराए के मुताबिक दिए जाते हैं। और घण्टे के हिसाब से ही उनसे चार्ज लिया जाता है।