डीएम एसपी ने सुनी फरियाद 154शिकायतों में से 17 का कराया मौके पर निस्तारण
समाधान दिवस में राजस्व के साथ ही विद्युत विभाग की शिकायतें रहीं ज्यादा
डीएम एसपी ने सुनी फरियाद 154शिकायतों में से 17 का कराया मौके पर निस्तारण
कायमगंज /फर्रुखाबाद । आज कायमगंज में आयोजित हुए संपूर्ण समाधान दिवस में आए जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक ने फरियादियों की समस्याएं सुन17 समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण कर दिया । डीएम व एसपी के आने की जानकारी पर फरियादियों की भीड़ उमड़ पड़ी। हाल यह था कि लाइन लगवाकर फरियादियों को सभागार में भेजा गया।
फरियादियों में मुबारिक नगर के मजरा लखनपुर निवासी रामेश्वर ने आराजी पर जबरिया कब्जा करने की शिकायत की। नवाबगंज के गांव गनीपुर जोगपुर की कृष्णा देवी ने फरियाद की कि उनके मकान व पट्टे की भूमि पर कुछ लोगो ने कब्जा कर लिया है। उसका कहना है वह किराए के मकान में रहती है। पुलिस से शिकायत की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की। इस पर जांच के आदेश दिए गए।
शमसाबाद क्षेत्र के गांव नगला सेठ निवासी रूबी ने प्रार्थना पत्र दिया और कहा उसके खेत में आलू की फसल कुछ लोगो ने जोत ली। जब विरोध किया तो मारपीट कर कुंडल नोच लिए। थाने में कोई कार्यवाही नहीं हुई। एसपी ने एसओ को बुलाकर निर्देश दिए। कंपिल बिल्सडी के आलोक ने दो लोगो पर चकरोड अपने खेत में मिलाने का आरोप लगाया। चकरोड बंद होने से किसान ट्रैक्टर अपने खेतो पर नहीं ले जा पा रहे है।
नवाबगंज के गांव कच्छपुरा के मजरा बीरपुर निवासी हरीशचंद्र ने कहा उच्चाधिकारियों के अलावा तहसील पर भी खेत पर कब्जे करने वालों की शिकायते की थी । लेकिन अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। रोशनाबाद के गांव सुतहडी असगरपुर निवासी सुरेंद्र ने सरकारी नाली व चक मार्ग पर कब्जा कर रखा है। कब्जा मुक्त कराया जाए। बजरिया निवासी योगाचार्य श्रृद्वानंद ने फरियाद की नगर में जाम की समस्या है। तिराहे व चैराहो पर पुलिस की डयूटी लगाए जाए ‘ ताकि जाम से निजात मिल सके।
दिन में भारी वाहनों का प्रवेश रोका जाए। समाधान दिवस में 154 शिकायती पत्र आए है, जिसमें राजस्व की 65, बिजली की 35, विकास 20 व अन्य 34 शिकायते आई । किंतु कुल शिकायतों में से सबसे अधिक शिकायतें राजस्व विभाग की और इसके बाद शिकायतों का मौका देने वाला दूसरे नंबर का विभाग विद्युत विभाग रहा l इस मौके पर एसडीएम यदुवंश कुमार, सीओ सोहराब आलम, तहसीलदार आलोक कटियार आदि मौजूद रहे।
मनोज जौहरी