पटाखों से जलने या अन्‍य कोई दुर्घटना होने पर डायल करें 108

Oct 17, 2025 - 20:42
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पटाखों से जलने या अन्‍य कोई दुर्घटना होने पर डायल करें 108

पटाखों से जलने या अन्‍य कोई दुर्घटना होने पर डायल करें 108

दिवाली पर एक कॉल पर उपलब्‍ध होगी 108 एम्‍बुलेंस सेवा*

24 घंटे मरीजों को सेवा देने के लिए उपलब्ध रहेंगी 108 एवं 102 एंबुलेंस सेवाएं

अलीगढ़ दिवाली के मौके पर 108 एवं 102 एम्बुलेंस सेवाएं एक कॉल पर उपलब्‍ध रहेंगी। एम्बुलेंस सेवा प्रदाता संस्था ने सभी एम्बुलेंसों को 24 घंटे अलर्ट रहने और आवश्‍यक्‍ता पड़ने पर जल्‍द से जल्‍द मरीज को सेवा उपलब्‍ध कराने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के सभी जिलों में 108 एम्बुलेंस 24 घंटे लोगों की सेवा के लिए उपलब्ध रहेंगी। कोई भी व्यक्ति 108 नम्बर पर कॉल करके एम्बुलेंस सेवा का लाभ ले सकता है। उत्तर प्रदेश में 108 एवं 102 एम्बुलेंस सेवा प्रदाता संस्था ईएमआईआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज के प्रोग्राम मैनेजर मोहम्मद अरशद बताया कि दिवाली पर 108 सेवा की सभी 2200 एंबुलेंस मरीजों की सेवा के लिए 24 घंटे तैयार रहेंगी। आवश्‍यकता पड़ने पर मरीजों जल्‍द से जल्‍द एंबुलेंस उपलब्ध कराने के लिए अलर्ट जारी किया गया है।

 सभी एंबुलेंसों में आवश्‍यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए गए हैं। 108 एम्‍बुलेंस रूप से चिन्हित किए गए विशेष स्‍थानों, दुर्घटना बाहुल्‍य क्षेत्रों, व थानों के नजदीक मौजूद रहेगी। जिससे आपात स्थिति में मरीजों को प्राथमिक इलाज उपलब्ध होने के साथ ही एम्‍बुलेंस से जल्‍द से जल्‍द निकटतम अस्पताल पहुंचाया जा सके। जीवनरक्षक दवाओं के साथ प्रशिक्षित स्टाफ सड़क या अन्‍य कोई दुर्घटना होने, जलने, हार्ट, सांस, लिवर, किडनी, पेट दर्द, स्किन से सम्‍बंधित, या अन्‍य कोई भी समस्‍या होने पर 108 नंबर पर काल करें। 108 एम्‍बुलेंस जल्‍द से जल्‍द मौके पर पहुंचेगी और पीडि़त को अस्‍पताल ले जाएगी। सभी एम्‍बुलेंसों में जीवन रक्षक दवाओं के साथ इमरजेंसी सुविधाएं व प्रशिक्षित स्‍टाफ उपलब्‍ध है। जलने पर क्या करें दिवाली पर पटाखों से या दीयों से जलने की दुर्घटनाएं होने का खतरा रहता है। इसलिए दिवाली पर ढीले कपड़े पहनने से बचें। ईएमआरआई ग्रीन हेल्‍थ सर्विसेज के ईएमएलसी हेड डॉ. दाउद हुसामी ने बताया कि पटाखे छुड़ाने के दौरान पानी नजदीक में रखें। पटाखों से जलने या अन्य कारण से जलने की स्थिति में जले हुए अंग पर सादा पानी या नल का पानी लगातार 15 मिनट तक डालें। घाव को साफ रखें। कोई पट्टी या कपड़ा ना बांधे, किसी साफ कपड़े से जले हुए अंग को कवर करें।

जले हुए अंग पर टूथपेस्‍ट, हल्दी, नमक, या अन्य किसी भी वस्तु का लेप न करें। तुरंत 108 एम्बुलेंस को कॉल करें और अस्पताल पहुंचकर डॉक्टर को दिखाएं। महिलाओं व बच्चों के लिये 102 एंबुलेंस रहेगी उपलब्‍ध त्‍योहार के दौरान गर्भवती महिलाओं व 2 साल तक के बच्‍चों को सेवाएं देने के लिए 102 एंबुलेंस सेवा भी 24 घंटे उपलब्‍ध रहेगी। प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश में 108 सेवा की 2200 एंबुलेंस और 102 सेवा की कुल 2270 एंबुलेंस 24 घंटे संचालित हैं। दोनों ही सेवाएं प्रदेश सरकार की ओर से सभी के नि:शुल्‍क संचालित की जा रही हैं। आवश्‍यकता पड़ने पर 102 या 108 पर कॉल करके नि:शुल्‍क एम्‍बुलेंस सेवा प्राप्‍त की जा सकती है। इन समस्‍याओं के लिए डायल करें 108 पटाखे से या अन्य कारण से जलने पर, रोड एक्सीडेंट या किसी अन्य प्रकार की दुर्घटना होने पर दिल का दौरा या हार्ट अटैक होने पर सांस लेने में तकलीफ होने पर अचानक बेहोश होने पर, बुखार होने पर जानवरों के काटने पर कहीं आग लगी हो और फायर बिग्रेड व एंबुलेंस की आवश्‍यक्‍ता हो उपरोक्त के अलावा अन्य किसी भी प्रकार की इमरजेंसी होने पर