तीमारदार के साथ स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किए अभद्र व्यवहार का वीडियो बनाने पर युवक को पड़कर डॉक्टर कक्ष में बैठाया

Sep 16, 2023 - 08:53
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तीमारदार के साथ स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किए अभद्र व्यवहार का वीडियो बनाने पर युवक को पड़कर डॉक्टर कक्ष में बैठाया
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तीमारदार के साथ स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किए अभद्र व्यवहार का वीडियो बनाने पर युवक को पड़कर डॉक्टर कक्ष में बैठाया

युवक पर कामकाज में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए अस्पताल से पुलिस को भेजा मेमो सूचना पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुटी

 कायमगंज/ फर्रुखावाद । सीएचसी में स्वास्थ कर्मी व महिला मरीज की नोकझोक का वीडियो बनाने पर युवक को पकड़ कर सुरक्षा गार्ड व स्वास्थ कर्मियों ने डाक्टर कक्ष ने बैठा लिया। डाक्टर ने कोतवाली में मेमो भेजा। आरोपित युवक को डाक्टर ने पुलिस के सुपुर्द कर दिया। नगर के सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पर महिला व स्वास्थ कर्मी में बेड पर चादर हटाने को लेकर नोकझोक हो रही थी ।

जिसे देख लोगो की भीड़ जमा हो गई। इसी बीच नगर के एक मोहल्ले का युवक मोबाइल से वीडियो बनाने लगा। यह देख स्वास्थ कर्मियों को पसीना आ गया, और वह घबरा गए। इसी बीच अधीक्षक डा. विपिन कुमार मौके पर पहुंच गए। जहां डयूटी पर तैनात सुरक्षा गार्ड व स्वास्थ कर्मियों ने युवक को पकड़ लिया और इमरजेंसी कक्ष के अंदर बैठा दिया तथा मेमो भेजकर पुलिस को सूचना दी।

इस पर कस्बा चौकी प्रभारी हरिओम प्रकाश त्रिपाठी मौके पर पहुंचे। डाक्टर उपलब्ध मेमो में कहा गया कि नगर के मोहल्ला चिलांका निवासी रंजीत सिंह पुत्र विनोद कुमार बिना किसी कार्य से अनावश्यक रूप से अस्पताल आया और सरकारी कामकाज में बाधा डाली। कार्य नहीं करने दिया। जबकि युवक का कहना था कि स्वास्थ कर्मी महिला मरीज को डाट रहा था।

उसने वीडियो बना लिया। इस पर अस्पताल कर्मियों ने उसके साथ अभद्रता की। धक्का देकर कमरे में बैठा लिया और मोबाइल छीन लिया। समाचार लिखे जाने तक पुलिस मामले की जांच कर रही थी। इस संबंध में युवक कह रहा था कि आए दिन अस्पताल में डॉक्टर तथा स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मरीजों तथा तीमारदारों के साथ सही व्यवहार नहीं किया जाता है ।

आज उसने जब वीडियो बनाने की कोशिश की तो अपनी पोल खुलती देख उसे जबरिया पड़कर सरकारी काम में बाधा का आरोप लगाकर आरोपी बनाया जा रहा है उसका कहना था कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। क्योंकि डॉक्टर तथा स्वास्थ्य कर्मी लोकप्रिय सरकार की नीतियों के अनुसार काम ही नहीं कर रहे हैं।