दहेज लोभियों ने ली विवाहिता की जान, मायके वालों ने ससुरालियों पर लगाए गंभीर आरोप

दहेज लोभियों ने ली विवाहिता की जान, मायके वालों ने ससुरालियों पर लगाए गंभीर आरोप
मैनपुरी (अजय किशोर) । थाना कुरावली के मोहल्ला सुजरई निवासी कल्यानसिंह उर्फ कल्लू ठाकुर ने थाना मलावन में अपनी पुत्री रीता चौहान की दहेज के लिए हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि बीते 28 नवंबर 2021 को उन्होंने अपनी पुत्री रीता चौहान का विवाह जिला एटा के मलावन थाना क्षेत्र के गांव सौहार निवासी अरिदमनसिंह उर्फ विवेक चौहान पुत्र हरिनंदन सिंह के साथ हिंदू रीति-रिवाजों से संपन्न किया था। शादी में उन्होंने 10 लाख रुपये नकद, 4 तोला सोने के आभूषण और 5 लाख रुपये का सामान उपहार स्वरूप दिया था।
कल्यानसिंह के अनुसार, शादी के बाद से ही रीता के पति अरिदमनसिंह, ससुर हरिनंदन सिंह, सास मंजूलता और जेठ अभिषेक उर्फ पवन चौहान अतिरिक्त दहेज में 10 लाख रुपये की मांग करने लगे। जब रीता ने मना किया तो ये लोग उसके साथ आए दिन मारपीट और मानसिक उत्पीड़न करते थे। रीता ने कई बार अपने मायके वालों को इसकी जानकारी दी, जिन्होंने ससुरालियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। बीते 5 जुलाई 2025 की रात को ससुरालियों ने रीता के साथ जमकर मारपीट की और उसे घायल अवस्था में आगरा के प्रभा हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। वहां चिकित्सकों ने रीता की हालत नाजुक देखते हुए उसे कानपुर के द पनेशिया हॉस्पिटल में रेफर कर दिया। वहां से भी चिकित्सकों ने गंभीर अवस्था में रीता को कानपुर के लाला लाजपत राय हॉस्पिटल (हेलिट) में रेफर किया, जहां बीते 25 जुलाई को इलाज के दौरान रीता की मौत हो गई।
रीता की मौत के बाद ससुरालीजन शव छोड़कर फरार हो गए। जब मायके पक्ष के लोगों को खबर मिली तो वे कानपुर के लाला लाजपत राय हॉस्पिटल पहुंचे, जहां मृतका का शव देखते ही चीख-पुकार मच गई। पुलिस ने मृतका के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और बाद में शव मायके वालों को सौंप दिया। पुलिस अब आरोपियों की तलाश में जुट गई है।