कानपुर के पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या पर पत्रकारों का विरोध, संगठन ने उठाए गंभीर मुद्दे

कानपुर के पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या पर पत्रकारों का विरोध, संगठन ने उठाए गंभीर मुद्दे

Mar 12, 2025 - 17:15
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कानपुर के पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या पर पत्रकारों का विरोध, संगठन ने उठाए गंभीर मुद्दे
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Farrukhabad: कानपुर से प्रकाशित एक समाचार पत्र के सीतापुर तहसील संवाददाता राघवेंद्र वाजपेई की 8 मार्च 2025 को दिनदहाड़े अज्ञात बदमाशों द्वारा गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद प्रदेशभर के पत्रकारों में भय और रोष व्याप्त है। पत्रकार संगठन ने इस घटना के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कई महत्वपूर्ण मांगें की हैं।

संगठन द्वारा जारी ज्ञापन में निम्नलिखित मांगें की गई हैं:

  • हत्या में शामिल आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी सजा: संगठन ने सरकार से आग्रह किया है कि मृतक संवाददाता की हत्या में शामिल दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाए और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने की व्यवस्था की जाए।
  • दोषियों की प्रॉपर्टी पर कार्रवाई: संगठन ने यह भी मांग की है कि राघवेंद्र वाजपेई की हत्या में शामिल दोषियों की संपत्ति पर बुलडोजर चलाकर उसे जमींदोज किया जाए, ताकि भविष्य में किसी पत्रकार के साथ इस तरह की घटना न घटे।
  • आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी: मृतक के आश्रितों को शासन स्तर से 25 लाख की आर्थिक सहायता दी जाए, साथ ही उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मुहैया कराई जाए।
  • पत्रकार सुरक्षा आयोग का गठन: संगठन ने उत्तर प्रदेश सरकार से पत्रकार सुरक्षा आयोग के गठन की मांग की है, ताकि पत्रकार बिना किसी भय के अपने कर्तव्यों का पालन कर सकें और निर्भीक होकर समाचारों का प्रकाशन कर सकें।

संगठन ने इस ज्ञापन के माध्यम से सरकार से अनुरोध किया है कि वे इन बिंदुओं पर त्वरित कार्रवाई करें। इस ज्ञापन में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संगठन के राष्ट्रीय सचिव संजय शर्मा, विनय सक्सेना, महेश वर्मा, अनिल अवस्थी, विश्व प्रकाश चतुर्वेदी, आसिफ राजानी, लू यादव, नवनीत सैनी, ज्ञानचंद राजपूत, सुनील राजपूत, खेतल सिंह यादव सहित तमाम पत्रकार मौजूद रहे। ज्ञापन को प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संगठन के राष्ट्रीय सचिव संजय शर्मा की अगुवाई में मुख्यमंत्री से संबोधित किया गया, हालांकि यह ज्ञापन खंड विकास अधिकारी राधेश्याम के स्थान पर सहायक विकास अधिकारी पंचायत को सौंपा गया।


समाज में पत्रकारों का महत्वपूर्ण योगदान है, और उनकी सुरक्षा एवं सम्मान सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। राघवेंद्र वाजपेई की हत्या जैसे कृत्य न केवल एक पत्रकार के लिए, बल्कि पूरे पत्रकारिता समुदाय के लिए एक बड़ा आघात है। उम्मीद की जाती है कि सरकार और संबंधित authorities इस मामले में त्वरित और उचित कदम उठाएंगे, ताकि पत्रकार निर्भीक होकर अपने कर्तव्यों का पालन कर सकें और समाज के सही दिशा में मार्गदर्शन कर सकें।