बालाजी के दीवाने परिवार कायमगंज द्वारा आयोजित 28 में मासिक सुंदरकांड पाठ
कायमगंज/फर्रुखाबाद। बालाजी के दीवाने परिवार कायमगंज द्वारा आयोजित 28 में मासिक सुंदरकांड पाठ
पीयूष अग्रवाल के अग्रवाल कंप्यूटर कायमगंज पृथ्वी दरवाजा में स्थित आवास पर हर मास की तरह इस माह भी आयोजित हुआ उक्त आयोजन में श्री बालाजी महाराज की महिमा का गुणगान किया गया । यह आयोजन लगातार 28 महीनों से होता चला रहा है ,इसमें सभी वर्ग के व्यक्ति बढ़ चढ़कर चढ़कर हिस्सा लेते हैं और ऐसा माना जाता है की जो भी भक्त बाबा के सामने अपनी अर्जी लगाते हैं श्री बालाजी महाराज उनकी सभी इच्छाओं की पूर्ति करते हैं।
बालाजी के भक्त पीयूष अग्रवाल एवं उनकी पत्नी प्रियंका अग्रवाल व बच्चे कई सालों से निरंतर श्री बालाजी महाराज के दर्शन करने हेतु मेहंदीपुर बालाजी धाम जाते हैं व पिछले निरंतर कई वर्षों से श्री बालाजी धाम में 5 जनवरी को कार्यक्रम का आयोजन भी करते हैं । श्री गुरुदेव महाराज मोहनपुरी गोस्वामी जी की प्रेरणा से यहां भी लगातार 28 माह से लगातार सुंदरकांड का पाठ करते आ रहे हैं । उन्होंने बताया कि श्री गुरुदेव महाराज के आशीर्वाद से एवं श्री बालाजी महाराज की कृपा से जो भी व्यक्ति इस दरबार में आकर अपनी अर्जी लगता है, श्री बालाजी महाराज उनकी सभी इच्छाओं की पूर्ति करते हैं।
पियूष अग्रवाल ने सभी भक्तों को अभी 5 सितंबर को आयोजित बालाजी भक्ति मेला एवं श्याम संकीर्तन के सफल आयोजन पर सभी भक्तों को धन्यवाद एवं बधाई दी, जिसमें कि सभी भक्तों ने बहुत ही सहयोग किया और कार्यक्रम को सफल बनाया। सुंदरकांड पाठ में बालाजी के दीवाने परिवार से पियूष अग्रवाल अनमोल अग्रवाल अमित अग्रवाल सुनील अग्रवाल दिलीप अग्रवाल रिंकल रस्तोगी अंकुर भारद्वाज विशाल गुप्ता सागर गुप्ता रोहित अग्रवाल संजीव गुप्ता विपिन अग्रवाल रोहित मित्तल नरेंद्र अग्रवाल नीरज अग्रवाल पंकज अग्रवाल सुमित वर्मा उर्फ़ मोनू अमित अग्रवाल ।
महिला विंग से प्रियंका अग्रवाल प्रिया अग्रवाल रश्मि अग्रवाल शिवेश शर्मा मोनिका अग्रवाल रोली गुप्ता गौरी अग्रवाल सीमा गुप्ता पूनम गुप्ता दीपिका अग्रवाल नीति मित्तल मानसी मित्तल रितु गुप्ता इंदु गुप्ता रंजना गुप्ता ऋचा अग्रवाल अन्य कई श्रद्धालु उपस्थित रहे, एवं सुंदरकांड का पाठ एवं बाबा के भजन को गाकर बाबा को रिझाया गया। सुंदरकांड पाठ के समापन पर सभी भक्तजनों ने आरती की एवं प्रसाद वितरण किया गया एवं जलपान की व्यवस्था रही।