फालुन दाफा अभ्यासियों पर चीन में हो रहे दमन पर सूरत के नागरिकों ने जतायी चिंता -

Jul 30, 2024 - 09:43
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फालुन दाफा अभ्यासियों पर चीन में हो रहे दमन पर सूरत के नागरिकों ने जतायी चिंता -
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सूरत। फालुन दाफा अभ्यासियों पर चीन में हो रहे दमन पर सूरत के नागरिकों ने जतायी चिंता

फालुन दाफा अभ्यास दुनिया भर में लोकप्रिय लेकिन चीन में अत्याचार का शिकार फालुन दाफा मन और शरीर का एक साधना अभ्यास है, जो दुनिया भर में 100 से अधिक देशों में लोकप्रिय है।

लेकिन दु:ख की बात यह है कि चीन, जो इसका जन्मस्थान है, वहां 20 जुलाई 1999 से कम्युनिस्ट शासन द्वारा इस पर अत्याचार किया जा रहा है। इस वर्ष चीन में हो रहे इस दमन के 25 साल पूरे हो चुके हैं। दुनिया भर के फालुन दाफा अभ्यासी 20 जुलाई के दिवस को शांतिपूर्ण प्रदर्शन, रैलियां और मोमबत्ती की रोशनी में जुलूस निकालकर "विरोध दिवस" ​​​​के रूप में मनाते हैं, जिससे लोगों को इस क्रूर दमन के बारे में जागरूक किया जा सके।

इस विषय पर जागरूकता लाने के लिए फालुन दाफा एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने 27 जुलाई को संजीव कुमार ऑडिटोरियम में एक सेमीनार का आयोजन किया, जिसमें सूरत के नामी-गिरामी लोगों और बुद्धिजीवीयों ने हिस्सा लिया. इस सेमिनार में पूर्व सांसद श्री अनील हेगडे, किरण अस्पताल के अध्यक्ष पद्मश्री मथुरभाई सवाणी, यूरो इंडिया फ्रेश फूड्स लिमिटेड के अध्यक्ष श्री मनहरभाई जीवनभाई सांस्परा, प्रसिद्ध उद्योगपती श्री विजय मेवावाला, हीरे के प्रमुख व्यापारी श्री अशोक गोयानी और सूरत के अनेक गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया।

इस अवसर पर देश-विदेश के फालुन दाफा अभ्यासी भी शामिल हुए। सेमिनार के दौरान, फालुन दाफा अभ्यास के बारे मे प्रेजेन्टेशन दिया गया, और इसके पांच व्यायामो और ध्यान अभ्यास का प्रदर्शन किया गया. सभी उपस्थित लोगो ने स्वयं ध्यान अभ्यास का अनुभव भी किया. इस अवसर पर फालुन दाफा अभ्यास और चीन मे हो रहे दमन के बारे मे कुछ शोर्ट फिल्मे भी दिखायी गयी. श्री अनील हेगडे ने बताया कि उन्हे फालुन दाफा अभ्यास की सन 2002 से जानकारी है. उन्होने फालुन दाफा अभ्यासियों पर चीन में हो रहे क्रूर दमन की कठोर शब्दो में निंदा की और इसके जल्द समाप्त होने की मांग की।

 श्री विजय मेवावाला, प्रसिद्ध उद्योगपति, ने बताया कि आज के दौड-भाग भरे जीवन मे बहुत तनाव रहता है, जिसमे फालुन दाफा अभ्यास मन की शांती प्रदान करणे मे मदद कर सकता है. पीपी सवाणी स्कूल की प्रिन्सिपल श्रीमती रचना दुबे जो अपने कुछ विद्यार्थीयों के साथ आयी थी, उन्होने ने बताया की फालुन दाफा अभ्यास ने उन्हे काफी प्रभावित किया और वे चाहेंगी कि उनके स्कूल के विद्यार्थी भी उसे जरूर सीखे. श्री अशोक गोयानी ने कहा कि आज फालुन दाफा के अभ्यास से सूरत मे एक अच्छी शुरूआत हुई है और आगे जाकर इसका अच्छा फल सभी सूरत वासियों को जरूर मिलेगा।

इसके अतिरिक्त, 27 जुलाई को शाम 5:30 बजे SVNIT Circle से शांतिपूर्ण जुलूस का आयोजन किया गया, जिसके बाद राहुल राज मॉल में शाम 7:00 बजे कैंडल लाइट विजिल का आयोजन भी किया गया. सूरत के नागरिको ने इस प्रकार कि परेड और कैंडल लाइट विजिल का कार्यक्रम उत्सुकता से पहली बार देखा और इसके लिये अपना सहयोग भी दिया।