रामजीलाल सुमन का बड़ा बयान: "बराबरी की बात करने वाले हेडगेवार की सोच से हम प्रेरित हैं"
रामजीलाल सुमन का बड़ा बयान: "बराबरी की बात करने वाले हेडगेवार की सोच से हम प्रेरित हैं"

रामजीलाल सुमन का बड़ा बयान: "बराबरी की बात करने वाले हेडगेवार की सोच से हम प्रेरित हैं"
एटा। उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हेडगेवार ने 1940 में कहा था, "अगर आजाद भारत में पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों को बराबरी का अधिकार मिलेगा तो मैं अंग्रेजों की गुलामी स्वीकार कर लूंगा।" रामजीलाल सुमन ने इसे सामाजिक न्याय की भावना बताते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी इसी सोच को आगे बढ़ा रही है।
★ "1991 में संसद ने तय कर दिया था धार्मिक स्थलों का भविष्य" विवादित धार्मिक स्थलों को लेकर बढ़ती बहस पर सुमन ने स्पष्ट रूप से कहा कि संसद ने 1991 में एक कानून पारित कर यह तय कर दिया था कि 15 अगस्त 1947 के बाद जो धार्मिक स्थल जिस रूप में हैं, उन्हें उसी रूप में स्वीकार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अजमेर शरीफ जैसी ऐतिहासिक दरगाहें मुगलों से पहले की हैं, और अब उनके नीचे मंदिर खोजने का प्रयास करके केवल समाज को बांटने का काम हो रहा है। ### "हर मंदिर के नीचे खुदाई करोगे तो बौद्ध मठ भी मिल सकते हैं" उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि अगर हर मंदिर के नीचे खुदाई की जाएगी, तो बौद्ध मठ भी निकल सकते हैं। उनका कहना था कि "इतिहास को बार-बार कुरेदने की बजाय हमें आगे बढ़ना चाहिए।" उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को सलाह दी कि "गड़े मुर्दे न उखाड़े, वरना इससे उन्हें राजनीतिक रूप से नुकसान हो सकता है।"
★ धार्मिक स्थलों पर भेदभाव का आरोप रामजीलाल सुमन ने कुछ उदाहरण देते हुए कहा कि विपक्ष के नेताओं के मंदिर जाने पर मंदिरों को शुद्ध किया जाता है, जो कि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने उज्जैन के महाकाल मंदिर का हवाला देते हुए कहा कि एक बीजेपी विधायक को मंदिर में प्रवेश से रोका गया और जब पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मुख्यमंत्री नहीं रहे, तो उनके घर को गंगाजल से धुलवाया गया था।
★ ऑपरेशन सिन्दूर पर प्रतिक्रिया सपा नेता प्रोफेसर रामगोपाल यादव द्वारा उठाए गए 'ऑपरेशन सिन्दूर' और पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की लड़ाई पर सुमन ने कहा कि रामगोपाल यादव मुझसे अधिक शिक्षित हैं और उन्होंने सोच-समझकर ही अपनी बात रखी होगी।
★ ट्रंप के बयानों पर सख्त टिप्पणी भारत-पाक सीजफायर और आतंकवाद पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों को लेकर भी रामजीलाल सुमन ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि "ट्रंप कई बार भारत को धमकी दे चुके हैं कि अगर आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, तो व्यापार खत्म कर देंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काफी समय बाद और सोच-समझकर प्रतिक्रिया दी, लेकिन यह सब अपने राजनीतिक गुनाहों पर पर्दा डालने के लिए किया गया।
★ एटा में बुद्ध मूर्तियों के टूटने पर चिंता सुमन ने एटा के सिरसा बदन गांव का दौरा किया और आरोप लगाया कि एक महीने में वहां भगवान बुद्ध की तीन मूर्तियां तोड़ी गई हैं। उन्होंने प्रशासन से दोषियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। **निष्कर्ष:** रामजीलाल सुमन के यह बयान न केवल सामाजिक न्याय की बहस को नया आयाम देते हैं, बल्कि मौजूदा राजनीतिक विमर्श पर भी तीखी टिप्पणी करते हैं। उनके अनुसार, देश को अतीत के विवादों में उलझाने की बजाय समरसता और बराबरी की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।