नगर के मध्य बने श्याम गेट पर गेट निर्माण होने पर मुहल्ले की महिलाओं ने किया कड़ा विरोध
कायमगंज/फर्रूखाबाद। सभासद सहित कई महिलाएं मौके पर ही दरी बिछाकर बैठ गई धरने पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए पहुंचा मौके पर पुलिस फोर्स दोनों पक्षों से की वार्ता नगर कायमगंज के व्यस्त एवं मुख्य स्थान पर कई वर्ष पहले से ही तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष के नाम से एक द्वार का निर्माण कराया गया था ।
यह द्वार भी काफी समय पहले जर्जर होने के कारण खतरे को भांपकर हटा दिया गया था । गेट का पुनर्निर्माण करने के लिए तत्कालीन पूर्व पालिका अध्यक्ष के परिवार के हरिओम रस्तोगी ने कोर्ट ऑर्डर पर आज फिर द्वार बनवाने के लिए पिलर निर्माण हेतु गड्ढे खुदवाने का काम शुरू कराया वैसे ही मोहल्ले वासियों ने कड़ा विरोध करते हुए निर्माण कार्य न करने की बात कही और इसके तुरंत बाद मोहल्ले के लोगों ने मौके पर पहुंचकर हंगामा और प्रदर्शन शुरू कर दिया ।
इसी बीच इस वार्ड की सभासद पूजा शुक्ला सहित और बहुत सी महिलाएं वही दरी बिछाकर बैठ गई ।उनका कहना था कि शासन मार्गो का चौड़ीकरण आवागमन की सुविधा के लिए कर रहा है और यहां का स्थान काफी व्यस्त रहता है उसके बावजूद भी अपेक्षाकृत चौड़ाई भी कम है। ऐसे में वहां आने जाने वालों एवं वाहन निकलने में काफी परेशानी होगी । इसी के साथ उन्होंने कहा कि इस गेट वाले स्थान से ही आगे कुछ दूरी पर विद्यालय मंदिर तथा अस्पताल है ।
आना-जाना बहुत अधिक रहता है । रास्ता सकरा नहीं होना चाहिए ।उनका तर्क था कि यदि दोनों और पिलर खड़े किए गए तो फिर आने-जाने के लिए रास्ता बचेगा ही कितना । अनशनकारी महिलाओं तथा उनके समर्थन में आए लोगों का आरोप है कि मार्ग की इतनी जटिलता के बावजूद भी इस निर्माण कार्य को करने में नगर पालिका तथा तहसील प्रशासन दूसरे पक्ष का सहयोगी करता नजर आ रहा है ।उन्होंने कहा कि हम लोगों को धमका कर जेल भेजने तक की धमकियां दी जा रही हैं ।
निर्माण कार्य ना कराए जाने के पक्ष की ओर से अधिवक्ता देवेश दुबे ने कहा कि मोहल्ले वालों की ओर से भी मामला कोर्ट में गया था ।कोर्ट द्वारा स्पष्ट आदेश है कि इस द्वार का जीर्णोद्धार यानी की मरम्मत हो सकती है । नया गेट निर्माण का कोई स्पष्ट आदेश नहीं है ।उनका यह भी कहना था कि न्यायालय द्वारा स्पष्ट कर दिया गया है की निर्माण के समय पड़ोस के किसी भी व्यक्ति की संपत्ति पर किसी भी तरह का अनुचित प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए अधिवक्ता ने कहा कि जिस प्रकरण में जीर्णोद्धार की अनुमति कोर्ट द्वारा दी गई थी ।
उस पत्र को नगर पालिका ने वापस भी ले लिया था । इसी बीच कस्बा चौकी प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे । उन्हें विरोध करने वाले पक्ष ने न्यायालय की प्रति उपलब्ध कराई । इसके तुरंत बाद नवीनीकरण कर जीरर्णोंध्दार करने वाले पक्ष से हरिओम रस्तोगी के बेटे पंकज रस्तोगी भी न्यायालय आदेश की कॉपी लेकर वहां पहुंचे । उन्होंने कहा कि द्वार जर्जर हालत में था ।
जिसे तुड़वाना पड़ा । न्यायालय आदेश प्रति की समीक्षा के बाद नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा नवीनीकरण कर गेट के जीर्णोद्धार के लिए अनुमति दी गई है । मामले की गंभीरता को देखते हुए कस्बा चौकी इंचार्ज ने उच्च अधिकारियों को अवगत कराया तथा घटना स्थल पर ही पुलिस बल को तैनात कर दिया गया ।फिलहाल दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात पर तर्क देते हुए डटे दिखाई दे रहे थे । विरोध की स्थिति देख सभासद पुत्र लिया गया निगरानी में जिस वक्त श्याम गेट पर पुनर्निर्माण का कार्य प्रारंभ कराया गया ।
इस समय वार्ड की सभासद पूजा शुक्ला की अगुवाई में महिलाओं ने धरना देना शुरू कर दिया । विरोध की स्थिति देखकर दूसरे पक्ष ने मामले की सूचना पुलिस को दी । सूचना मिलते ही पुलिस बल ने सभासद के बेटे को एतिहात के तौर पर अपनी निगरानी में लेकर कोतवाली भिजवा दिया ।
उप जिलाधिकारी ने हरिओम पक्ष के पास न्यायालय आदेश होने की बात कही श्याम गेट पर द्वार निर्माण की विवादास्पद स्थित पर उप जिलाधिकारी यदुवंश कुमार वर्मा ने बताया कि निर्माण करने वाले हरिओम पक्ष के पास न्यायालय का आदेश है ।ऐसी स्थिति में विरोध और प्रदर्शन करने की बात उचित प्रतीत नहीं हो रही है । बिरोध का तरीका ठीक नहीं है । दूसरे पक्ष को हर पहलू पर स्पष्ट रूप से बता दिया गया है । यदि फिर भी नहीं मानते हैं ।तो मुकदमा दर्ज कर विधिसंमत कार्य बाई की जाएगी।