पोषाहार वितरण न करने का आरोप लगाकर लाभार्थी महिलाओं ने किया प्रदर्शन, आंगनबाड़ी केंद्र घेरा
पोषाहार वितरण न करने का आरोप लगाकर लाभार्थी महिलाओं ने किया प्रदर्शन, आंगनबाड़ी केंद्र घेरा
कायमगंज / फर्रूखाबाद। कहीं राशन दुकानों पर तो कहीं आंगनबाड़ी केंद्रों पर आए दिन शासन द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे राशन व अन्य वस्तुओं का वितरण न होने का आरोप लग रहा है । लाभार्थी कहीं हंगामा करते हैं तो कहीं सक्षम अधिकारियों से शिकायत लेकर पहुंचते हैं ।
किंतु फिर भी व्यवस्था सही ना होने के कारण या यूं कहा जाए की लालच के कारण लाभार्थियों को समय से एवं उपयुक्त मात्रा में आवंटित वस्तुएं उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं । ऐसा ही एक मामला फिर एक बार सामने आया जब लगभग एक दर्जन से कुछ अधिक लाभार्थी महिलाएं एकत्र होकर क्षेत्र के गांव जिजपुरा आंगनबाड़ी केंद्र पर पहुंची ।
जहां उन्होंने प्रदर्शन करते हुए काफी देर तक हंगामा किया । और आंगनबाड़ी केंद्र का घेराव कर लिया । महिलाओं का आरोप था कि उन लोगों को समय से राशन ही नहीं दिया जा रहा है । यहां का आंगनबाड़ी केंद्र परिषदीय प्राथमिक विद्यालय के परिसर में स्थित है । हंगामा कर रही लाभार्थी महिलाएं कह रही थी कि उन्हें समय से हर महीने जो राशन मिलना चाहिए वह वितरित नहीं किया जा रहा है । इसी के साथ उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री पक्षपात करते हुए कुछ ही लोगों को राशन दे रही हैं ।
उन्हें नवंबर माह का राशन अब जाकर माह फरवरी में दिया जा है । वह भी सभी को नहीं मिल पा रहा है । प्रदर्शन कर रही महिलाएं कार्यत्रियों व अन्य पर शासन की नीति के अनुरूप कार्य न करते हुए राशन कालाबाजारी का आरोप लगा रही थी । महिलाओं का कहना है कि इसकी जांच हो और जो दोषी पाया जाएं उसके विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए l। इस संबंध में स्वयं सहायता समूह की दुर्गा ने बताया कि वह समय पर गोदाम से राशन उठाकर संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र पर दे देती है।
उनका कहना था कि राशन वितरण की प्रक्रिया अनुसार उन्हें भी सूचना दी जाए । जिससे वे अपनी मौजूदगी में राशन वितरित करा दें । लेकिन ऐशा नहीं किया जा रहा है । इस आंगनबाड़ी केंद्र पर कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकत्री कमलेश ने बताया केंद्र पर गर्भवती महिलाएं 10एवं धात्री महिलाएं 7 है। जबकि 6 माह से 3 वर्ष तक के 52 बच्चे पंजीकृत है। इसके अलावा 3 से 6 वर्ष के 60 रजिस्टर्ड हैं। कार्यकत्री ने लगाए जा रहे आरोप को गलत बताते हुए कहा कि जितनी मात्रा में राशन स्वयं सहायता समूह की ओर से दिया जा रहा है। वही सब राशन वितरित भी किया जाता है।