मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में अव्यवस्थाओं का लगा अंबार

Jan 15, 2024 - 20:17
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मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में अव्यवस्थाओं का लगा अंबार
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मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में अव्यवस्थाओं का लगा अंबार

रिपोर्टर महेश वर्मा

शमशाबाद फर्रुखाबाद I मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में रविवार को कहीं डॉक्टर नहीं तो कहीं सुविधा नहीं नजर में आई जिम्मेदार केवल रस्म अदायगी कर रहे हैं ऐसे में स्वास्थ्य मेला बे मकसद साबित हो रहा है।

 ज्यादातर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में विशेषज्ञ चिकित्सक नदारत रहे वहीं सुविधाओं का अभाव होने के चलते मरीज भी क म आए जिससे स्वास्थ्य मेले में केवल खाना पूर्ति की जा रही है जिससे मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है।

 वहीं एलटी और फार्मासिस्ट के नदारत रहने से सबसे अधिक दिक्कत विभिन्न प्रकार की जांच को लेकर आई कुआं खेड़ा वजीर आलम खान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर और लैब टेक्नीशियन पहुंचे ही नहीं फार्मासिस्ट अखिलेश ने बताया कि दोपहर तक इस केंद्र पर 30 मरीज देखे गए उसने स्वयं ही मरीज देखे यहां पर अधिकतर मरीज सर्दी जुकाम और खांसी के थे मरीज को फार्मासिस्ट ने दवाई दी और सर्दी में सावधानी बरतने को कहा ।

वहीं ग्राम पसियापुर में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ना डॉक्टर आए और न ही लैब टेक्नीशियन चिलसरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगे स्वास्थ्य मेले में वहां पर ना तो डॉक्टर मौजूद थे डॉक्टर के न होने से मरीजों को निराशा हुई कई मरीज बुखार और सर दर्द की दवा लेने पहुंचे दवा तो उन्हें मिल गई मगर डॉक्टर को दिखाने का अवसर नहीं मिल सका फार्मासिस्ट नरेंद्र ने बताया कि मरीज को देखा गया और उसने स्वयं ही मरीज देखे जिसमें ज्यादातर सर्दी जुकाम खांसी बुखार के मरीज थे ।

वहीं दूसरी ओर लैब टेक्नीशियन भी नजर नहीं आए लोग मरीज बिना जांच कराए ही वापस लौट गए और उन्हें निराशा ही हाथ लगी रोशनाबाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मेले में डॉक्टर स्मिता त्रिपाठी और फार्मासिस्ट शैलेंद्र कुमार ने मरीजों को दिखा यहां पर लैब टेक्नीशियन के ना आने से मरीज को अशुद्ध हुई डॉक्टर ने मरीजों का इलाज करते हुए उन्हें सर्दी में आवश्यक सावधानियां रखने की सलाह दी।

 यहां पर कई मरीज हड्डी में दर्द और सर में दर्द के पहुंचे थे भीषण सर्दी होने के बावजूद इन अस्पतालों में कहीं पर भी अलाव जलता हुआ नहीं मिला जिससे कोई भी मरीज इस भीषण सर्दी में अपने हाथ से क सके और इन अस्पतालों में सर्दी के बचाव के कोई भी इंतजाम नहीं देखे गए।