शमशाबाद पुलिस एवं शाहजहांपुर पुलिस ने ढाई घाट पर लगने वाले रामनगरिया मेल तैयारी की चर्चा
शमशाबाद पुलिस एवं शाहजहांपुर पुलिस ने ढाई घाट पर लगने वाले रामनगरिया मेल तैयारी की चर्चा
शमशाबाद फर्रुखाबाद l शमशाबाद ब्लॉक क्षेत्र में ढाई घाट गंगा नदी की तट पर लगने वाली रामनगरिया मेला को लेकर फर्रुखाबाद अपर पुलिस अधीक्षक एवं शाहजहांपुर अपर पुलिस अधीक्षक ने बैठक कर मेले की तैयारी यो पर विस्तृत रूप से चर्चा की।
ढाई घाट गंगा नदी के तट पर लगने वाले रामनगरिया मेला को लेकर फर्रुखाबाद तथा शाहजहांपुर जिला प्रशासन ने समीक्षा बैठक की साथ ही अपूर्ण कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए अगहन पूर्णिमा को होने वाले स्नान को काफी भीड़ होती है जिसके लिए गहरे पानी में बाली आदि लगाने के भी निर्देश दिए गए सबसे बड़ी बात यह है कि शमशाबाद जनपद फर्रुखाबाद तथा शाहजहांपुर क्षेत्र के कुछ ऐसे भी गांव जिसका सोशल वर्क कार्य शमशाबाद में होता है ।
अपर पुलिस अधीक्षक फर्रुखाबाद में बताया कि 2 ग्राम सभाएं क्रमशः शरिफपुर छी छ नी तथा गुटेटी दक्षिण के आधा दर्जन गांव के लि हाई फु ला की मढैया मंझा और चौरा आदि शाहजहांपुर से फर्रुखाबाद जनपद में शामिल किए गए उन्होंने यह भी बताया कि यहां के सारे कार्य सामाजिक स्तर के हो या क्राइम से संबंधित हो सारे कार्य फर्रुखाबाद देखे जाएंगे।
वार्ता के दौरान पूछा गया कि यहां के 10 ग्राम सभाओं को फर्रुखाबाद में शामिल किए जाने की मांग की गई थी जिस पर अपर पुलिस अधीक्षक का कहना था की फिलहाल 2 ग्राम सभाओं को शामिल किया गया है शेष कार्य प्रगति पर है आगामी गंगा स्नान तथा रामनगरिया मेले की तैयारी के मध्य नजर समीक्षा बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक फर्रुखाबाद कायमगंज पुलिस क्षेत्र अधिकारी के अलावा फैज बाग पुलिस चौकी प्रभारी जीपी पटेल एवं अपर पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर तथा थाना अध्यक्ष मिर्जापुर मौजूद रहे ।
सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस फोर्स मौजूद रहा समीक्षा बैठक में आगामी रामनगरिया मेले की तैयारी की समीक्षा की गई समीक्षा बैठक में कहा गया है कि ढाई घाट के गंगा तट पर होने वाली रामनगरिया मेला की सुरक्षा व्यवस्था शमशाबाद थाना पुलिस देखेगी मालूम होगी गंगा के दक्षिणी तट की सुरक्षा व्यवस्था शमशाबाद थाना पुलिस देखती थी तथा उत्तरी गंगा तट की सुरक्षा व्यवस्था जनपद शाहजहांपुर की मिर्जापुर थाना पुलिस देखती थी मालूम हो कि रामनगरिया मेला के चंद दिन ही रह गए हैं साधु संतों एवं कल्पवास करने वाले लोगों ने आना शुरू कर दिया है तथा अपने रहने के लिए गंगा के तट पर झोपड़िया डालना शुरू कर दी हैं यह लोग पूरे एक महीने तक गंगा के तट पर स्नान ध्यान करके पूजा अर्चना करेंगे।