प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही से ढाई घाट गंगा तट पर लगने वाले ऐतिहासिक माघ मेले में अवस्थाओं का लगा अंबार
प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही से ढाई घाट गंगा तट पर लगने वाले ऐतिहासिक माघ मेले में अवस्थाओं का लगा अंबार
रिपोर्टर महेश वर्मा
शमशाबाद फर्रुखाबाद l ढाई घाट गंगा तट के किनारे लगने वाले ऐतिहासिक माघ मेला शुरू होने में चंद दिन ही शेष रह गए हैं वहीं एक माह तक कल्पवास करने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं साधु संतों ने भी यहां पर पहुंचना शुरू कर दिया है यहां पर कई अव्यवस्थाएं हैं।
सबसे बड़ी समस्या मेला क्षेत्र में रास्ते की है पूर्व में जब बाढ़ आई थी तो यहां एक सोता बन गया था उसमें अभी तक पानी भरा हुआ है लोगों को निकालने में काफी दिक्कत हो रही है साधु संतों का कहना है कि गंगा नदी के किनारे सबों का जो अंतिम संस्कार हो रहा है उसे भी अब दूर करवाया जाए ।
जिससे कि एक माह तक मेले में कल्पवास करने आए लोगों को कोई दिक्कत ना हो सके कल्पवास के लिए साधु नरेश दास बेच गिरी जयवीर दास समेत एक दर्जन से अधिक साधु संत पहुंच गए हैं जगह सुरक्षित कर रहे हैं किसी साधु के यहां आश्रम के लिए झोपड़ी बना रही है तो कोई बाउंड्री वाल बना रहा है जो लोग यहां पहुंचे हैं।
उनमें एक मां की साधना के लिए गजब का उत्साह है साधु संतों का कहना है कि अभी तक यहां कोई इंतजाम नहीं है जबकि मेले का समय नजदीक आ रहा है माघ महीने से पहले यहां व्यवस्थाएं ठीक कराई जाए रामनगरिया मेला में लाइट सफाई एवं चिकित्सा से संबंधित व्यवस्थाएं प्रशासन से मेला होने से पूर्व जल्द ही कराई जाए।