लेखपाल ने मोटी रकम लेकर सरकारी जमीन पर करा दिया कब्जा

Jan 7, 2024 - 18:27
 0  119
लेखपाल ने मोटी रकम लेकर सरकारी जमीन पर करा दिया कब्जा
Follow:

लेखपाल ने मोटी रकम लेकर सरकारी जमीन पर करा दिया कब्जा

 फर्रुखाबाद। रिश्वतखोरी के लिए चर्चित लेखपाल ने मोटी रकम लेकर सरकारी जमीन पर भी कब्जा करवा दिया और प्रधान को शिकायत करने से भी रोक दिया। ग्राम पंचायत ढिलावल ग्राम गढ़िया एवं नाला बघार तिराहे के किनारे श्रेणी 62 चर्म स्थल की भूमि है।

प्रधान रजनेश उर्फ मोनू कठेरिया ने बताया कि लेखपाल अनिल वर्मा एवं राजस्व निरीक्षक विवेक तिवारी ने लाखों रुपए लेकर बीते दिनों सरकारी जमीन पर कब्जा करवा दिया। आरिफ व आसिफ कुरैशी ने 7 मीटर चौड़ाई जमीन पर पक्की दीवार उठाकर कब्जा किया है। मिट्टी का भराव होते ही कब्जे का विरोध कर लेखपाल को जानकारी दे दी थी।

कब्जा होने के बाद लेखपाल मौके पर गए और फोटो खींचकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। प्रधान मोनू कठेरिया ने बताया कि उक्त कुरेशी भाइयों ने बीते वर्ष सरकारी जमीन पर कब्जा किया था तब तत्कालीन लेखपाल प्रमोद शुक्ला ने उनके विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मैने लेखपाल से तहसील दिवस में शिकायत करने को कहा था तो उन्होंने यह कर शिकायत करने से रोक दिया कि मैं कार्रवाई करूंगा।

प्रधान मोनू ने बताया कि मैं आज फोन से तहसीलदार से भी शिकायत की तो उनको ध्यान आ गया कि मामले में पहले एफआईआर हो चुकी है। मैने आज उप जिलाधिकारी सदर से भी शिकायत की, उन्होंने अवैध कब्जा हटवाने का आश्वसन दिया है। प्रधान ने आरोप लगाया कि कब्जा वाली भूमि के पीछे स्वीकृत नक्शे के विपरीत निर्माण कार्य कराया गया है।

पूर्व में हुए निर्माण कार्य में पुलिस का भी सहयोग रहा था। प्रधान ने बताया कि जब से लेखपाल अनिल वर्मा की क्षेत्र में तैनाती हुई है उसी समय से ढिलावल बघार रोड के किनारे प्लाटिंग के लिए अवैध कॉलोनियों मैं सडके तक बनाई गई है। बताया गया है कि लेखपाल अनिल वर्मा बीते कई महीनो से बाईपास सड़क के किनारे पीडब्ल्यूडी की जमीन नापने की खानापूर्ति करके विभागीय अधिकारियों को गलत अधूरी रिपोर्ट भेजकर कर्मचारी को परेशान कर है।

लेखपाल के ऊपरआइजीआरएस की शिकायतों में फर्जी रिपोर्ट लगाये जाने कि आरोप है। लेखपाल की तर्ज पर कानून को विवेक तिवारी के भी चलने से लोगों को राजस्व विभाग के इन कर्मचारियों से न्याय मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। उप जिलाधिकारी से मामले की जांच कर कार्रवाई किए जाने की गुहार लगाई गई है।