फेवरेट सब्जी बनाने की डिमांड में दो की गई जान, मां ने खाया जहर, बेटे ने लगाई फांसी
सुसाइड की इस घटना से मोहल्ले में सन्नाटा पसरा हुआ है, जब पड़ोस के लोगों ने शोर सुना। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित किया। उरई कोतवाली के पुलिस अधिकारी ने बताया कि खाना बनाने को लेकर मां-बेटे के बीच यह विवाद हुआ था।
उत्तर प्रदेश के जालौन में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. घरेलू विवाद में मां-बेटे ने सुसाइड कर लिया. यह विवाद बेटे की मनपसंद सब्जी न बनने को लेकर हुआ था. मां-बेटे की मौत से इलाके में हड़कंप मच गया. घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मां-बेटे के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
मामला उरई कोतवाली क्षेत्र के सुशील नगर का है. यहां का रहने वाला दिग्विजय सिंह (28) परीक्षा देकर शनिवार शाम को घर आया था. घर पर उसकी मां बेबी चौहान (55) थी. दिग्विजय ने मां से अपनी मनपसंद सब्जी बनने की बात कही, जिस पर बेबी यह कहकर सब्जी बनाने से मना कर दी कि सब्जी बन चुकी है और घर पर खाने वाले दो ही लोग हैं. उसको सुबह सब्जी बनाकर खिला देगी. इसी बात को लेकर मां-बेटे में विवाद हो गया.
बेटे ने बाथरूम में लगाई फांसी.
विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों में जोर-जोर से बहस होने लगी. इसके बाद बेटा घर में रखा सामान फेंकने लगा. ऐसा देख बेबी ने गुस्से में आकर घर में ही जहर खा लिया. इससे उसकी हालत बिगड़ने लगी और फिर बाद में वह बेहोश हो गई. उसका बेटा दिग्विजय घबरा गया. फिर उसने भी बिना कुछ सोचे-समझे बाथरूम में फांसी लगाकर जान दे दी.
दो मौतों के बाद मचा कोहराम
इस घटना के बारे में तब जानकारी हुई, जब पड़ोस के लोगों ने शोर सुना. इधर महिला को अचेत अवस्था और बेटे को फंदे पर झूलता देख लोगों ने तत्काल बेटे को फंदे से नीचे उतारकर दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया. यहां चिकित्सक ने दोनों को मृत घोषित कर दिया.
Read Also:
- सास से किचकिच के बाद बहू ने तीन बच्चों को तालाब में फेंककर की आत्महत्या
- भदोही के पूर्व विधायक विजय मिश्रा को सिंगर से रेप मामले में 15 साल की सजा, कोर्ट ने सुनाया फैसला
पुलिस घटना की जांच में जुटी
उरई कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र सिंह पटेल ने बताया कि मां-बेटे के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. वे आगे भी जांच के प्रक्रिया को अग्रसर कर रहे हैं ताकि इस घातक परिस्थिति के पीछे के कारणों का पता लग सके.
यह घातक घटना मोहल्ले में बड़ी चौंकाने वाली है, और इससे घरेलू विवादों की जरूरत से बचने के लिए हमें रोजागार और असंवाद कौशल के मामले में समझदारी बरतने की आवश्यकता है. ऐसी घटनाएँ हमें यह सिखाती हैं कि घरेलू विवादों को सुलझाने के लिए और सफलता की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए हमें आपसी सहमति और उपयोगी संवाद का महत्व समझना होगा।
इस वारदात के बाद, इस प्रकार की दुखद घटनाओं से हमें सतर्क रहने और अपने आस-पास के लोगों की मदद करने की आवश्यकता है। अपने समुदाय के सदस्यों के बीच जागरूकता और साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा और सामाजिक संवाद के माध्यमों का सहायता कर सकते हैं, ताकि इस तरह की घटनाएँ होने से रोका जा सके।
इस दुखद समाचार से हम सबको यह याद दिलाना चाहिए कि विवादों को धीरे-धीरे सुलझाना बेहद महत्वपूर्ण है, और समाज को शांति, सद्गति, और सामंजस्य की दिशा में बढ़ते जाने के लिए हमें सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देना होगा।