धूमधाम से मनी दशलक्षण पर्व एवं क्षमावाणी धर्म की पूजा
धूमधाम से मनी दशलक्षण पर्व एवं क्षमावाणी धर्म की पूजा
कायमगंज/फर्रूखाबाद । क्षमावाणी के पावन अवसर पर श्री संभवनाथ दिगंबर जैन मंदिर कायमगंज में जैन युवा मंडल की ओर से श्री 1008 श्री पारसनाथ भगवान का भव्य नाटक प्रस्तुत हुआ जिसमे सभी ने बहुत ही अच्छे किरदार निभाए जिसमे ये भगवान पारसनाथ का जीवन परिचय बताया गया कैसे उनके भव निकले वो भगवान कैसे बने उनको मोक्ष कैसे प्राप्त हुआ कैसे कमठ ने हर भव में उनके ऊपर उपसर्ग किया और बाद में भगवान ने दीक्षा धारण करली और प्रभु जैन मुनि बन गए और उन्होंने राज महल धन संपत्ति सब त्याग दिया और जैन मुनि बन गए धन्य हैं ऐसे मुनि फिर उनको मोक्ष प्राप्त हुआ कमठ भी उनसे हार गया और भगवान से माफी मांगी अंत वो हार गया और सत्य की एक बार फिर जीत हुई और जिसमे,
मुख्य अतिथि डॉक्टर शरद गंगवार जी कायमगंज के नगर अध्यक्ष जी भी शामिल हुए और इस नाटक में भगवान पारसनाथ और अहिंसा प्रिय राजा के रूप में ज्ञायक जैन जिसमे कमठ के रूप में शशांक जैन बाल पारस के रूप मे अनंत जैन माता के रूप में तनिष्का जैन दोस्त के रूप संभव जैन और अनव जैन पहले भाव के मरुभूति के रूप में सम्यक जैन मरूभूति की पत्नी के रूप में पलक जैन तपस्वी के रूप में रौनक जैन मंत्री के रूप में महक जैन और मुनि के रूप में श्रेय जैन नाग नागिन के रूप में स्वस्तिक जैन और नव्या जैन और द्वारपाल के रूप में आरव जैन श्रेयांश जैन और धरनेंद्र पद्मावती के रूप में वंशिका जैन और अनीशा जैन और नाटक के बीच के नृत्य प्रस्तुत हुए।
जिसमे आन्या जैन तनिष्का जैन अनीशा जैन पलक जैन और नाटक के अंत में नृत्य में आरोही जैन यशवी जैन शानवी जैन और किट्टू जैन और भगवान पारसनाथ के मोक्ष के बाद सभी ने खुशियां मनाई और इस नाटक के निर्देशक कोटा से पधारे शास्त्री जी आदेश जैन और कायमगंज के शशांक जैन ज्ञायक जैन और सम्यक जैन और जैन समाज से सभी लोग मौजूद रहे और सभी ने मिलकर भगवान के मोक्ष पर बहुत खुशियां मनाई