UP special News : वाहन फिटनेस सेंटर (ATS) पर लूट का खेल शुरू... दाम दो तो अनफिट वाहन भी होंगे फिट..
UP special News : वाहन फिटनेस सेंटर (ATS) पर लूट का खेल शुरू... दाम दो तो अनफिट वाहन भी होंगे फिट..
वाहन फिटनेस सेंटर (ATS) पर लूट का खेल शुरू... दाम दो तो अनफिट वाहन भी होंगे फिट..
ATS संचालक द्वारा वसूली रेट तय होने के बाद वाहन स्वामियों और परिवहन सलाहकारों की उड़ी हवाइयां
● सब एडिटर: अमित माथुर
एटा। परिवहन विभाग प्राईवेटेशन के नाम पर भ्रष्टाचार का नया आयाम स्थापित करने के लिए तैयार है, सरकार ने भ्रष्टाचार मुक्त भारत का नारा देकर उत्तर प्रदेश के वाहन स्वामियों को बर्बाद करने का पूरा खाका तैयार कर दिया है। दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार वाहन फिटनेस सेंटर (ATS) ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन प्रत्येक जिले में बनाने की तैयारी कर चुकी है जिसके तहत लखनऊ, झांसी, कानपुर, बरेली, फिरोजाबाद, आगरा सहित एटा जिले में सेंटर बनकर तैयार भी हो चुके हैं और यहां पर वाहनों की फिटनेस होना शुरू कर दिया गया है। लेकिन जिन-जिन जनपदों में वाहनों की फिटनेस आरटीओ/एआरटीओ कार्यालय से हटाकर (ATS) ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन पर फिटनेस की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है वहां सेंटर संचालक द्वारा वाहनों स्वामियों से लूट और अवैध भारी-भरकम वसूली को लेकर बवाल मचा हुआ है।
जिसका जीता-जागता उदाहरण झांसी और उसके बाद कानपुर हैं जहां वाहन स्वामियों और ट्रांसपोर्टरों द्वारा सेंटर संचालक पर लूट वसूली के आरोप लगाए जा रहे हैं जिसके बाद सरकार की नीति और नीयत पर भी अब जनता को संदेह होने लगा है। प्रदेश में यह पहली बार देखा जा रहा है परिवहन विभाग में प्राईवेटेशन को लेकर भाजपा का कार्यकर्ता ही सरकार की आलोचना कर रहे हैं। सबसे कमाल की बात यह है जनपद एटा के तमाम भाजपा समर्थक और कार्यकर्ता दबी जुबान में अपनी ही सरकार की आलोचना कर रहे हैं और कह रहे हैं अगर सरकार ने समय रहते इन (ATS) सेंटर पर ताला नहीं जड़ा तो सरकार का कांग्रेस जैसा हाल हो जाएगा।
■ एटा वाहन फिटनेस सेंटर (ATS) पर लूट का खेल शुरू........
एटा जिले में जुम्मा-जुम्मा चार दिन पहले शुरू हुए (ATS) ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन भी जिले में चर्चा का मुख्य केंद्र बना हुआ है, कई दिन तक लगातार एआरटीओ कार्यालय के चक्कर लगाने और कार्यालय के आस-पास अपने गुर्गे सेट करने के बाद (ATS) संचालक ने सरकार के भ्रष्टाचार मुक्त भारत अभियान को जमीनी खाका पहनाते हुए वसूली के अच्छी-खासे रेट तय कर दिए हैं। वसूली रेट, गुर्गे, कैसे, कहां और कौन करेगा वसूली, कौनसे वाहन से वसूली हो चुकी है पूरी सूचना का आदान-प्रदान कैसे होगा जिसके बाद वाहन का फिट और अनफिट होने का पूरा खाका तैयार हो चुका है कुल मिलाकर जिले के वाहन स्वामियों के साथ ही वाहनों से सम्बंधित कार्य करने वाले परिवहन सलाहकारों के वसूली रेट जानने के बाद हवाइयां उड़ी हुई हैं। कुछ ही दिनों में ड्राईविंग लाईसेंस टेस्ट प्रक्रिया का प्राईवेटेशन होने की भी तैयारी है... ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया का कैसा होगा हाल, इसका भी सूरत-ए-हाल जल्द जनता के सामने होगा।