ग्राम न्याय सहायता अभियान के तहत पंचायत स्तर पर लीगल एड क्लीनिक स्थापित
ग्राम न्याय सहायता अभियान के तहत पंचायत स्तर पर लीगल एड क्लीनिक स्थापित
एटा। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर जनपद एटा में ग्राम न्याय सहायता अभियान के अंतर्गत पंचायत स्तर पर लीगल एड क्लीनिक स्थापित की गई हैं। इन क्लीनिकों का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सरकारी योजनाओं एवं कानूनी जानकारी उपलब्ध कराकर जरूरतमंदों तक न्याय की पहुँच सुनिश्चित करना है। सदर तहसील की ग्राम पंचायत सोन्सा, मरथरा देव किशन, टीकमपुर, गिरौरा, कुंवरचन्द्रभानपुर, तहसील जलेसर की ग्राम पंचायत महानमई, सकरौली, सालवाहनपुर, सकरा, रोहिनामिर्जापुर तथा तहसील अलीगंज की ग्राम पंचायत परातपुर कटारा, अगरैया गंगाई, गढ़िया जगन्नाथ, जैथरा देहात एवं उदयपुरा में लीगल एड क्लीनिक की स्थापना की गई है।
इन पंचायतों के ग्राम पंचायत सहायकों को पराविधिक स्वयंसेवक के रूप में नामित किया गया है। इस संबंध में ग्राम पंचायत सहायकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण जनपद न्यायालय के बहुउद्देशीय हॉल में अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कमालुद्दीन के निर्देशन में संपन्न हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला पंचायत राज अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, जिला परिवीक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में जिला परिवीक्षा अधिकारी अजय पाल सिंह द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना, पीड़ित प्रतिकर योजना की जानकारी दी गई। समाज कल्याण अधिकारी सत्यम त्रिपाठी ने वृद्धा पेंशन, अभ्युदय योजना पर प्रकाश डाला। जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय सिंह ने पुष्टाहार योजनाओं की जानकारी दी, जबकि अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुधीर कुमार मोहन ने आयुष्मान कार्ड एवं आभा आईडी के विषय में बताया।
अपर जिला जज/सचिव कमालुद्दीन ने ग्राम न्याय सहायता अभियान का महत्व बताते हुए निःशुल्क विधिक सहायता के पात्र व्यक्तियों, नालसा की योजनाओं, लोक अदालत की उपयोगिता तथा जनकल्याणकारी योजनाओं को पात्र व्यक्तियों तक पहुँचाने के तरीकों पर विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर संबंधित ग्राम पंचायतों के पंचायत सहायक, पराविधिक स्वयंसेवक, राधा रमण वार्ष्णेय, विकास जैन, शुभम मिश्रा, कु. शालिनी सिंह (लीगल एड डिफेंस काउंसिल, एटा) एवं मध्यस्थ अधिवक्ता योगेश कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।