कार सवार चार दोस्त सहित कैंटर चालक की जलकर दर्दनाक मौत

Sep 25, 2025 - 09:25
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कार सवार चार दोस्त सहित कैंटर चालक की जलकर दर्दनाक मौत

UP News : अलीगढ़ में दर्दनाक हादसे के बाद एकत्रित हुई ग्रामीणों की भीड़ को देख आग की लपटों से घिरा कैंटर चालक राजेश खुद को बचाने के लिए गुहार लगाता रहा। वह एक ही रट लगाए हुए था कि उसे भी खींच लो। उसके छोटे-छोटे बच्चे इंतजार कर रहे हैं। मगर शुरुआती कोशिश के बाद आग की लपटों से ग्रामीण पीछे हट गए। कुछ देर बाद आग में घिरे राजेश की आवाज भी दम तोड़ती चली गई। जब दोनों वाहनों में आग लगी तो पहले ग्रामीणों ने कार चालक सुमित को तो बाहर खींच लिया। बाद में कैंटर चालक एटा निवासी राजेश को खींचने के लिए जब ग्रामीण बढ़े तो उन्होंने कुछ देर तो प्रयास किया। मगर उसके पांव फंसे होने पर जब सफल नहीं हुए व आग की लपटें उठने लगीं तो ग्रामीण पीछे हट गए। इसके बाद राजेश अपनी गरीबी, बच्चों और परिवार की दुहाई देकर खुद को बचाने की गुहार लगाता रह गया। मगर बेबस ग्रामीण भी उसकी दर्द भरी चीख-पुकार सुनकर कुछ नहीं कर सके। कुछ देर तक तो राजेश की चीख सुनाई दी। मगर बाद में उसकी आवाजा आना भी बंद हो गई। इससे ग्रामीणो ने मान लिया कि उसकी भी मृत्य हो गई।

★ दो बच्चों का पिता था राजेश चालक राजेश (35) पुत्र सुनहरी मूल रूप से कुंवरपुर, थाना निधौली कलां, जनपद एटा के रहने वाला था। हादसे के वक्त वह अलीगढ़ से कासगंज कैंटर में स्टेशनरी लेकर जा रहे थे। वो दो बच्चों के पिता था। परिजनों के अनुसार चार दिन पहले ही वो घर आया था। गाड़ी से माल उतरवाने के बाद उन्होंने फोन पर दोपहर बाद घर आने की जानकारी दी थी।

★ तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा था अतुल 19 वर्षीय अतुल यादव दो भाई व एक बहन में सबसे बड़ा था। वह इंटरमीडिएट का छात्र था। पिता देवेंद्र सिंह का सिकंदराराऊ में सड़क किनारे होटल है। देवेंद्र सिंह मूल रूप से एटा के थाना पिलुआ के गांव नगला गूलर के रहने वाले हैं। 10 साल पहले पैतृक गांव छोड़कर भूतेश्वर कॉलोनी सिकंदराराऊ हाथरस में आकर बस गए थे। सिकंदराराऊ के बजरिया मोहल्ले में रहने वाले संजय शर्मा सामाजिक रूप से सक्रिय रहते हैं। इनका इकलौता बेटा देव शर्मा (18) इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रहा था। देव से छोटी बहन तान्या है। देव घर से दोस्त की बर्थडे पार्टी में शामिल होने की बात कहकर रात में निकला था। परिजनों की बिना जानकारी के ही वह अलीगढ़ निकल गया था। अकराबाद पुलिस का फोन आने पर ही उन्हें हादसे की सूचना मिली।

★ पांच भाई-बहनों में तीसरे नंबर का था हर्षित सिकंदराराऊ के कासगंज रोड स्थित पंत चौराहा के पास रहने वाला हर्षित माहेश्वरी (19) कस्बे के ही एमआई इंटर कॉलेज में इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रहा था। पिता अखिलेश माहेश्वरी की चौराहे पर मिठाई की दुकान है। पांच भाई-बहनों में वह तीसरे नंबर का था। बड़ी बहन मुस्कान की शादी हो चुकी है। दूसरे नंबर का भाई भारत है, जबकि हर्षित से दो छोटी जुड़वा बहनें तनिष्का व अनन्या हैं। सुबह पांच बजे वह दोस्तों के साथ घूमने जाने की मंगलवार कहकर निकला था। इस दौरान वह गलती से जेब में काउंटर की चाबी ले गया था जो हादसे के बाद उसकी जेब में रखी मिली।

★ तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर का था मयंक मूल रूप से जनपद हाथरस के थाना हसायन क्षेत्र के सिंधौली के रहने वाले किसान कुशल पाल सिंह पिछले कई वर्षों से ब्रह्मपुरी तहसील रोड, सिकंदराराऊ, हाथरस में मकान बनाकर रह रहे हैं। 22 वर्षीय मयंक चौहान उर्फ मोनू एक कंपनी में गुरुग्राम में बड़े भाई के साथ नौकरी करता था। मयंक दो भाई-बहनों में दूसरे नंबर का था। जब पुलिस ने शवों को देखना शुरू किया तो कार में हालात देखकर सभी दंग रह गए। खुद पुलिस नहीं समझ पा रही थी कि पांच लोग हैं या चार। एक बहुत छोटी कदकाठी का था। उसे देखकर लग रहा था कि वह किसी शव का हिस्सा अलग हो गया है। कभी कोई उसे बच्चा तो कभी कोई उसे महिला बता रहा था। शव बुरी तरह जल चुके थे। इसलिए पहचान करना मुश्किल था। दिल्ली-कानपुर हाईवे पर अकराबाद इलाके में हुए भीषण हादसे में कार सवार चार दोस्तों और कैंटर चालक की जिंदा जलकर मौत हो गई। मंगलवार तड़के करीब साढ़े पांच बजे यह हादसा उस वक्त हुआ, जब सिकंदराराऊ से आती तेज रफ्तार कार का गोपी फ्लाईओवर पर अचानक टायर फट गया। इसके बाद अनियंत्रित हुई कार डिवाइडर लांघकर विपरीत दिशा से आते कैंटर से जा भिड़ी। कार सवार पांचवां दोस्त जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।

घटनाक्रम तड़के करीब साढ़े पांच बजे का है। हाथरस सिकंदराराऊ निवासी पांच दोस्त कार में सवार होकर अलीगढ़ आ रहे थे। हाईवे पर तेज गति से दौड़ती कार गोपी फ्लाईओवर से उतर रही थी। तभी अचानक कार का ड्राइवर साइड का टायर फट गया। इसके बाद अनियंत्रित हुई कार पलक झपकते ही डिवाइडर को लांघकर विपरीत दिशा में सामने से आते कैंटर में जा भिड़ी। कैंटर अलीगढ़ से स्टेशनरी लादकर कासगंज जा रहा था। भिड़ंत के साथ ही कार की पेट्रोल टंकी धमाके के साथ फटी और अचानक से दोनों वाहनों के आगे के हिस्सों में आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पलक झपकते ही दोनों वाहन आग की लपटों में घिर गए। तभी कार की ड्राइविंग सीट पर सवार युवक किसी तरह शीशा टूटने से बाहर लटक गया। सुबह-सुबह हाईवे पर टहलने निकले ग्रामीणों ने उसे खींचकर निकाला। आनन-फानन सूचना पर पुलिस, दमकल, एसपी देहात, एसपी यातायात, सीओ बरला आदि पहुंच गए। सूचना पर 45 मिनट बाद अलीगढ़ व सिकंदराराऊ से दो दमकलें मौके पर आईं। करीब आधा घंटे के प्रयास के बाद आग बुझाई जा सकी। तब तक कार में सवार चार दोस्त व कैंटर चालक की जिंदा जलकर मौत हो गई।