शिक्षकों की बौद्धिक क्षमता का लाभ छात्रों को मिले

Aug 24, 2025 - 08:20
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शिक्षकों की बौद्धिक क्षमता का लाभ छात्रों को मिले

शिक्षकों की बौद्धिक क्षमता का लाभ छात्रों को मिले,

विद्यालयों में शैक्षिक वातावरण सुधार के साथ मूल-भूत सुविधाओं की उपलब्धता की जाये सुनिश्चित- प्रभारी मंत्री।*

 मैनपुरी 23 अगस्त, अजय किशोर- राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण, जनपद के प्रभारी मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने कलेक्ट्रेट सभागार में शिक्षकों, खंड शिक्षाधिकारियों से संवाद करते हुए कहा कि शिक्षक समाज के प्रहरी, दर्पण है, शिक्षक बच्चों को शिक्षा के माध्यम से समाज को बदलने की क्षमता रखते हैं, शिक्षक के बिना भौतिक विकास की संभावना क्षीण है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की बौद्धिक क्षमता का लाभ छात्रों को मिले, शिक्षक मेहनत के साथ छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान देकर संस्कारवान बनाएं, स्कूल चलो अभियान के तहत अधिक से अधिक बच्चों का नामांकन कराया जाएं, कोई भी लक्षित बच्चा शिक्षा के अधिकार से वंचित न रहे, पंजीकृत सभी छात्र प्रतिदिन विद्यालय आएं, जो छात्र नियमित रूप से विद्यालय न आएं, शिक्षक, शिक्षा विभाग के अधिकारी उनके अभिभावकों से संवाद कर बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित करें, बेसिक शिक्षा विभाग की योजना का लाभ प्रत्येक छात्र को मिले।

 विद्यालयों में स्वास्थ्य विभाग की टीम नियमित रूप से पहुंचकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करे, विद्यालयों में लगे समरसेबुल के पानी की नियमित रूप से गुणवत्ता की जांच कराई जाए, विद्यालय परिसर के साथ आस-पास की सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए, विद्यालय में खेल-कूद प्रतियोगिता को बढ़ावा दिया जाए, छात्रों को योग से जोड़कर उनके शारीरिक, मानसिक विकास को सुधारने की दिशा में कार्य हो, शिक्षक योग को बच्चों के जीवन में उतारने का कार्य करें, सभी विद्यालयों में मूल-भूत सुविधाएं उपलब्ध रहंे, विद्यालयों का शैक्षिक वातावरण बेहतर रहे। उन्होंने कहा कि मध्यान्ह भोजन में खाने की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए, छात्रों को निर्धारित मीनू के अनुसार समय से खाना उपलब्ध कराया जाए, निर्धारित दिवस को मौसमी फल, दूध छात्रों को दिया जाए। उन्होंने कहा कि छात्र संख्या कम होने के कारण प्रदेश सरकार ने विद्यालयों को मर्जर करने का निर्णय लिया ताकि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो सके, विद्यालय मर्जर होने के कुछ समय उपरांत बेहतर परिणाम हमारे सामने होंगे। विभागीय योजनाओं की जानकारी करने पर जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने प्रभारी मंत्री को बताया कि जनपद में 1909 विद्यालय संचालित है, जिसमें 1358 प्राथमिक, 313 उच्च प्राथमिक एवं 238 कंपोजिट विद्यालय हैं, समस्त विद्यालयों में 01 लाख 15 हजार छात्र नामांकित है, जिन्हें शिक्षा प्रदान करने के लिए 5109 शिक्षक, 1866 शिक्षामित्र, 195 अनुदेशक तैनात है, ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत 01-16 पैरामीटर से शत-प्रतिशत एवं 01-19 पैरामीटर से 98 प्रतिशत विद्यालय आच्छादित हो चुके हैं, पी.एम. श्री विद्यालय योजना के अंतर्गत जनपद में 15 विद्यालय चिन्हित हुए हैं, जिनमें स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर लैब, खेल का मैदान विकसित किया जा रहा है, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन के माध्यम से सी.आर.एस. के तहत 384 विद्यालयों को फर्नीचर उपलब्ध कराया जा रहा है, जनपद के 100 विद्यालयों में स्मार्ट क्लासेज संचालित है, शिक्षा में आई.टी. के प्रयोग के लिए 3700 शिक्षकों को टैबलेट उपलब्ध कराए गए हैं, जिनके माध्यम से विद्यालय के छात्रों की शिक्षा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है, इंस्पायर अवार्ड परीक्षा में जनपद के 26 छात्रों का चयन हुआ है, राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा में 131 छात्रों को योजना का लाभ प्राप्त हो रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री के कुशल निर्देशन में जनपद की बेसिक शिक्षा की गुणवत्ता, विद्यालयों में छात्रों के नामांकन में सुधार होगा। इस दौरान पूर्व मंत्री, विधायक भोगांव रामनरेश अग्निहोत्री, पुलिस अधीक्षक गणेश प्रसाद शाहा, अपर जिलाधिकारी श्याम लता आनंद, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर.सी. गुप्ता, उपायुक्त एन.आर.एल.एम. शौकत अली, उपायुक्त मनरेगा श्वेतांक पांडेय, समस्त खंड शिक्षाधिकारी, शिक्षक आदि उपस्थित रहे, बैठक का संचालन जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दीपिका गुप्ता ने किया।