Mainpuri News : मुख्य विकास अधिकारी ने की पर्यावरण समितियों की समीक्षा; अवशेष पौधों की जियो टैगिंग के सख्त निर्देश

Dec 22, 2025 - 21:48
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Mainpuri News : मुख्य विकास अधिकारी ने की पर्यावरण समितियों की समीक्षा; अवशेष पौधों की जियो टैगिंग के सख्त निर्देश

मुख्य विकास अधिकारी ने की पर्यावरण समितियों की समीक्षा; अवशेष पौधों की जियो टैगिंग के सख्त निर्देश

मैनपुरी - अजय किशोर। मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु ने जिला वृक्षारोपण, जिला पर्यावरणीय, जिला गंगा एवं जिला आर्द्रभूमि समिति की मासिक समीक्षा के दौरान पाया कि अभी 08 विभागों द्वारा रोपित पौधों की शत-प्रतिशत जियो टैगिंग की रिपोर्ट उपलब्ध नहीं करायी गयी है, अभियान के दौरान रोपित पौधों की ऊर्जा विभाग द्वारा 79.51, खंड विकास अधिकारी मैनपुरी द्वारा 80.69, खंड विकास अधिकारी सुल्तानगंज के द्वारा 84.40, सहकारिता द्वारा 85.76, उच्च शिक्षा द्वारा 92.67, नगर विकास द्वारा 95.09, बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 96.44 एवं खंड विकास अधिकारी बेवर क्षर 96.92 प्रतिशत पौधों की जियो टैगिंग कर रिपोर्ट उपलब्ध करायी गयी है।

उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों से कहा कि तत्काल अवशेष पौधों की जियो टैगिंग कर रिपोर्ट उपलब्ध करायें। उन्होने समीक्षा के दौरान पाया कि जनपद में 258 वेटलैण्ड चिन्हित हुये हैं, जिसमें से तहसील मैनपुरी में 46 के सापेक्ष 46, तहसील कुरावली में 17 के सापेक्ष 17, तहसील घिरोर में 23 के सापेक्ष 23, तहसील करहल में 53 के सापेक्ष 50, तहसील भोगांव में 68 के सापेक्ष 68 एवं किशनी में 51 के सापेक्ष 51 वेटलैण्ड का बाउण्ड्री हेतु चिन्हिकरण हो चुका है, जिस पर उन्होने शेष चिन्हित वेटलैण्ड का भी प्राथमिकता पर बाउण्ड्रीवॉल हेतु चिन्हांकन के निर्देश दिये। उन्होने वेटलैण्ड के संरक्षण के सम्बन्ध में चर्चा करते हुये करते हुये पाया कि शीतकालीन सारस गणना 2025 के अनुसार 2777 वयस्क, 281 बच्चे हैं। सी.डी.ओ. ने जनपद में बहने वाली ईशन नदी, अरिंद नदी, काली नदी, सेंगर नदी के किनारे स्थित ग्राम पंचायतो में ग्राम गंगा समितियों के गठन की जानकारी करने पर पाया कि जनपद में बहने वाली नदियों के किनारे बसे 245 ग्रामों में ग्राम गंगा समितियों का गठन किया जा चुका है, समितियों द्वारा आमजन को नदियों को स्वच्छ रखने, नदियों में ठोस अपशिष्ट को प्रवाहित करने से रोकने, कृषकों को जैविक खेती को बढ़ावा देने, गौशालाओं से निकलने वाले गोबर को जैविक खाद के रूप में उपयोग में लाने हेतु जागरूक किया जा रहा है।

उन्होंने अधिशासी अभियंता नहर, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी से कहा कि ईशन नदी के जीर्णोद्धार के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए, शहरी क्षेत्र में प्राथमिकता पर सफाई कराई जाए साथ ही लोगों को ईशन नदी में कूड़ा न डालने के लिए प्रेरित किया जाए, नदी की सफाई के उपरांत यदि किसी के द्वारा कूड़ा डाला जाए तो उसके विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही की जाए। उन्होने जिला पंचायत राज अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी नगर निकाय को निर्देशित करते हुये कहा कि एम.आर.एफ. सेंटर क्रियाशील रहें, सॉलिड वेस्ट के निस्तारण के साथ मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के उचित प्रबन्ध हों, शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक कूड़ा उठान, निस्तारण के बेहतर प्रबन्ध किये जायें। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि वृक्षारोपण अभियान के तहत रोपित पौधों की जीवितता का अन्तर्विभागीय सत्यापन कर तत्काल वन विभाग को रिपोर्ट उपलब्ध करना सुरक्षित करें।

इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर.सी. गुप्ता, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वनिकी संजय मल्ल, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार, क्षेत्राधिकारी नगर संतोष कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश कुमार, उपायुक्त उद्योग उत्कर्ष चंन्द्र, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण, नहर, जल निगम ऐ.के. अरुण, राजीव कुमार, अंकित यादव, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका बुद्धि प्रकाश, समस्त खंड विकास अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे, बैठक का संचालन उप क्षेत्रीय वनाधिकारी राजीव दीक्षित ने किया।