संरक्षित पशु वध मामले में सक्रिय गिरोह पर पुलिस का शिकंजा, आठ आरोपी गैंगस्टर में नामजद

Aug 1, 2025 - 10:12
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संरक्षित पशु वध मामले में सक्रिय गिरोह पर पुलिस का शिकंजा, आठ आरोपी गैंगस्टर में नामजद

संरक्षित पशु वध मामले में सक्रिय गिरोह पर पुलिस का शिकंजा, आठ आरोपी गैंगस्टर एक्ट में नामजद

बरेली। शहर के बारादरी थाना क्षेत्र में संरक्षित पशु के अवैध कटान और मांस की आपूर्ति में लिप्त गिरोह पर पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। बारादरी पुलिस ने गिरोह के आठ सदस्यों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। 

पुलिस अब आरोपियों की अवैध संपत्ति की भी जांच कर जब्ती की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है। बारादरी पुलिस को अप्रैल माह में सूचना मिली थी कि कटरा चांद खां निवासी वसीम अहमद अपने घर में संरक्षित पशु का मांस काटने और पैक कर बाजार में सप्लाई करने का अवैध कार्य कर रहा है। इस कार्य में उसका परिवार और कुछ अन्य सहयोगी भी शामिल थे। सूचना पर की गई छापेमारी के दौरान कुछ आरोपी छत से कूदकर फरार हो गए थे, लेकिन मौके से कटान के उपकरण बरामद कर केस दर्ज किया गया था। थाना प्रभारी धनंजय पांडेय ने बताया कि पुलिस ने गैंग लीडर वसीम अहमद, उसकी पत्नी हुमा समीर कुरैशी, बहन सना, मां फूलबानो, भाई फईम अहमद के साथ फय्याज रहमान, रिजवान उर्फ पिन्ना और कासिम उर्फ शानू पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है। इन सभी के विरुद्ध पूर्व में गो-तस्करी, आर्म्स एक्ट, पॉक्सो, धमकी, मारपीट और अन्य गंभीर धाराओं में कई केस दर्ज हैं। एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि गिरोह की संलिप्तता लंबे समय से चल रही थी और इससे सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचने की आशंका बनी हुई थी। अब इन सभी की अवैध संपत्ति की पहचान कर जब्ती की कार्यवाही की जाएगी। पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई के जरिए कानून व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है।

इस बीच, एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें आरोपी फय्याज रहमान भाजपा नेता और उत्तर प्रदेश वक्फ बोर्ड के निदेशक शफात हुसैन के साथ दिखाई दे रहे हैं। पुलिस इस संबंध में भी जानकारी जुटा रही है। अधिकारी अभी तक इस मामले में किसी राजनीतिक संबंध की पुष्टि नहीं कर पाए हैं। सीओ तृतीय पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस की प्राथमिकता कानून का पालन कराते हुए सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखना है। उन्होंने आमजन से भी अपील की कि किसी अफवाह या भड़काऊ सामग्री पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।