Aligarh News : प्रेम में अंधी बीना – बच्चों की खातिर जिए सुरेश, मगर मिला मौत का इनाम
Aligarh News : प्रेम में अंधी बीना – बच्चों की खातिर जिए सुरेश, मगर मिला मौत का इनाम

प्रेम में अंधी बीना – बच्चों की खातिर जिए सुरेश, मगर मिला मौत का इनाम
अलीगढ। एक ऐसा प्रेम, जो मोहब्बत के नाम पर बर्बादी बन गया। एक ऐसा पति, जिसने रिश्ते की गरिमा को बच्चों की मुस्कान के लिए जिया, और एक ऐसी पत्नी जिसने अपने ही जीवनसाथी को मौत के हवाले कर दिया – वो भी उसी प्रेमी के हाथों जिससे वह सालों से छुप-छुपकर मोहब्बत कर रही थी। यह कहानी है अलीगढ़ के बरला कस्बे की बीना और सुरेश की। बाहर से सब सामान्य दिखता था – पति दिल्ली में सिक्योरिटी गार्ड, पत्नी गांव में तीन बच्चों की परवरिश करती गृहिणी। मगर पर्दे के पीछे बीना का दिल कहीं और धड़क रहा था – अपने पड़ोसी मनोज के लिए, जो उम्र में उससे छह साल छोटा था।
? **आठ साल की छुपी मोहब्बत, और फिर मौत की एक सुबह** बीना और मनोज की प्रेम कहानी कोई ताजा हवा की झोंक नहीं थी। पिछले आठ वर्षों से यह रिश्ता गांव की गलियों से लेकर दिल्ली के होटलों तक पसरा था। सुरेश जानता था सब कुछ, फिर भी उसने शादी बचाए रखी – सिर्फ बच्चों की खातिर। मगर जब मोहब्बत पागलपन बन जाए, तो इंसान रिश्ते नहीं देखता, बस रास्ते साफ करता है। सुरेश जब दिल्ली से लौटा, तो उसे क्या पता था कि यह उसकी जिंदगी की आखिरी छुट्टी होगी। बृहस्पतिवार की सुबह चबूतरे पर बैठे सुरेश के सीने में गोली उतार दी गई – और वह भी उसी मनोज के हाथों, जिसे वह एक समय अपने घर में आता-जाता देखता था।
? **“जितनी गोली मारनी है मार, मगर आज बचने न पाए” – पत्नी का इशारा-ए-मौत** पुलिस जांच में जो सामने आया, वो रूह कंपा देने वाला था। बीना न सिर्फ मनोज को लोकेशन दे रही थी, बल्कि हत्या के वक्त उसे उकसा रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुरेश के भाई विजय जब दौड़े तो बीना ने मनोज से कहा – "जितनी गोली मारनी है मार, मगर आज बचने न पाए।"
? **वीडियो, कॉल्स और वो सबूत जो रिश्तों की नींव हिला दें** मनोज के मोबाइल में मिले बीना के साथ आपत्तिजनक वीडियो और चैट्स ने पुलिस को हैरान कर दिया। बातचीत से यह साफ हो गया कि हत्या की साजिश महीनों पहले से रची जा रही थी। पहले गला दबाने का प्लान था, फिर नींद की गोलियां, और अंत में गोली।
???? **बच्चे बोले – "मां को जेल भेज दो"** इस 'प्रेमकहानी' की सबसे मार्मिक बात वह थी जो बच्चों ने पुलिस से कही। पिता की हत्या के बाद जब तीनों मासूम थाने पहुंचे तो कहा – “हमारी मां को जेल भेज दो। वह अच्छी नहीं है। उसने पापा को मार डाला।”
?♂️ **आरोपियों की गिरफ्तारी और खुलासा** हत्या के बाद मनोज तमंचा लेकर खुद थाने पहुंचा और जुर्म कबूल कर लिया। कुछ ही देर बाद पुलिस ने बीना को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने कहा – “अबकी बार सुरेश को जिंदा नहीं लौटने देना था।”
? **अब क्या?** पुलिस ने दोनों को शुक्रवार को जेल भेजने की तैयारी कर ली है। मोबाइल के डेटा, कॉल डिटेल्स, होटल की सीसीटीवी फुटेज और बच्चों के बयान – सभी को सबूतों के तौर पर केस में शामिल किया जा रहा है। जांच में यह भी देखा जाएगा कि इस साजिश में कोई तीसरा शामिल तो नहीं था।