न्यायालय परिसर, एटा में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 'महिला सशक्तिकरण: चुनौतियाँ एवं अवसर' पर गोष्ठी का आयोजन
*बहुउद्देशीय हॉल, न्यायालय परिसर, एटा में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 'महिला सशक्तिकरण: चुनौतियाँ एवं अवसर' विषय पर एक गोष्ठी (सेमिनार) का हुआ आयोजन
एटा। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, एटा के तत्वावधान में माननीय जनपद न्यायाधीश महोदय दिनेश चन्द की अध्यक्षता में आज दिनांक 08 मार्च 2025 को बहुउद्देशीय हॉल, न्यायालय परिसर, एटा में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 'महिला सशक्तिकरण: चुनौतियाँ एवं अवसर' विषय पर एक गोष्ठी (सेमिनार) का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उ०प्र० राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष, डॉ० बबीता चौहान उपस्थित हुईं। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रातः 11:45 बजे माननीय जनपद न्यायाधीश एटा एवं मुख्य अतिथि डॉ० बबीता चौहान के द्वारा सरस्वती प्रतिमा का माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एटा श्याम नारायण सिंह, मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र नारायण मिश्र तथा प्राचार्य मेडिकल कालेज डॉ० रजनी पटेल उपस्थित रहीं। इस अवसर पर सुश्री प्रीती श्रीवास्तव-III, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कक्ष सं०-1, श्रीमती मनीषा, कमालुद्दीन, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एटा, श्रीमती सारिका गोयल एवं सुधा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एटा तथा श्रीमती सुरेखा, श्रीमती चारू सिंह, श्रीमती आंचल राना, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सुश्री प्रियंवदा चौधरी, श्रीमती मेहा, श्रीमती तनाया गुप्ता, सुश्री आंचल मलिक, अपर सिविल जज आदि न्यायिक अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण व सुरक्षाकर्मी तथा विभिन्न सरकारी विभागों की महिला अधिकारी/कर्मचारीगण एवं छात्राएँ आदि उपस्थित रहीं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं जनपद न्यायाधीश महोदय के द्वारा विभिन्न विभागों में कार्यरत् कुल 23 महिला अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों के लिये प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ० बबीता चौहान महोदया के द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी और उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य है कि वो प्रत्येक महिला को सशक्त बनाकर रहेंगी। मुख्य वक्ता डॉ०सुनीता सक्सैना के द्वारा महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण पर अपने वक्तव्य में विशेष बल दिया गया। इसी क्रम में श्रीमती मनीषा अपर जिला जज एवं सुश्री प्रीती श्रीवास्तव अपर जिला जज के द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण विषय पर प्रतिभागियों को उद्बोधित किया गया।
कार्यक्रम के समापन भाषण में माननीय जनपद न्यायाधीश महोदय द्वारा महिला अधिकारों पर कानूनी जानकारी दी जाकर घरेलू महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार पर प्रतिभागियों को सम्बोधित किया गया और विभिन्न कानूनों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम का संचालन दयानन्द श्रीवास्तव एवं श्रीमती रिचा यादव पराविधिक स्वयं सेवक द्वारा किया गया।