हरियाणा में 20 सीटों पर दोबारा होगी मतगणना! पलटेगा पूरा गेम
चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार को स्वीकार नहीं कर पा रही कांग्रेस ने अब इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है।
20 विधानसभा सीटों पर फिर से मतगणना कराने की मांग करते हुए कांग्रेस ने ईवीएम की बैटरी 90 प्रतिशत से ज्यादा चार्ज होने पर सवाल उठाते हुए छेड़छाड़ का संदेह जताया है। इन विधानसभा क्षेत्रों में दोबारा मतगणना की मांग कांग्रेस ने जिन विधानसभा क्षेत्रों में दोबारा मतगणना कराने की मांग की है, उनमें पानीपत शहर, होडल, बल्लभगढ़, फरीदाबाद एनआइटी, नारनौल, करनाल, डबवाली, रेवाड़ी, होडल (एससी), कालका, इंद्री, बड़खल, नलवा, रानिया, पटौदी (एससी), पलवल, बरवाला, उचाना कलां, घरौंडा, कोसली और बादशाहपुर शामिल हैं।
पार्टी का दावा है कि आठ अक्टूबर को मतगणना वाले दिन जिन मशीनों में गड़बड़ी थी, उनके सारे वोट भाजपा के खाते में गए हैं। इसलिए इन सीटों पर दोबारा मतगणना कराई जानी चाहिए। साथ ही इन सभी 20 सीटों की वीवीपैट की पर्चियों का मिलान भी ईवीएम से कराया जाए। दीपेद्र हुड्डा ने भाजपा पर छल-कपट के लगाए आरोप कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि चुनाव आयोग को तुरंत इस दिशा में कदम उठाने चाहिए। पोस्टल बैलेट की गणना में भी कांग्रेस ने बढ़त बनाई थी, लेकिन ईवीएम से मतगणना के बाद चुनाव परिणाम अप्रत्याशित रहे। उन्होंने कहा कि छल कपट के बावजूद कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के लगभग बराबर मत प्रतिशत हासिल किया है।
इसी तरह कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि कुछ ईवीएम की बैटरी 99 प्रतिशत थी और उनमें ही कांग्रेस को हराया गया है। जिनकी बैटरियां 60-70 प्रतिशत चार्ज थी, उनमें हमारा उम्मीदवार जीतता हुआ दिखाया गया। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान ने आरोप लगाया कि चुनाव में इस्तेमाल की गई ईवीएम हैक की गई हैं। 'कांग्रेस के घमंड को हरियाणा की जनता ने खत्म किया' वहीं, दूसरी तरफ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि जो घमंड करता है, उसका पतन अवश्य है।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जिस तरह का घमंड दिखाया, उसका जवाब हरियाणा की जनता ने दिया है। 'जलेबी' को लेकर कांग्रेस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता हरियाणा में जलेबी बनाकर चले गए। अब कांग्रेसी जलेबी की फैक्टरी के लिए जगह ढूंढ़ते घूम रहे हैं। राहुल गांधी को यह भी नहीं पता कि जलेबी कैसे बनती है। उन्होंने जलेबी का डिब्बा देखा और समझा कि जलेबी फैक्टरी में बनती है।
उन्हें समझना चाहिए कि हरियाणा की महिलाएं जलेबियां अपने घरों में बना लेती हैं। उसके लिए फैक्टरी की जरूरत नहीं होती। साधारण सा हलवाई भी जलेबी बना लेता है, क्योंकि हमारे यहां जलेबी खाने का रिवाज है। जलेबी का रस हरियाणा की जनता को रास आता है, लेकिन कांग्रेस नेताओं को रास नहीं आता।