नाग ने भाई बहन को काटा हुई मौत, अब ननद भौजाई को डसा अस्पताल में भर्ती
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में महोबकंठ थाने के इटौरा बुजुर्ग गांव में दहशत का माहौल है।
19 दिन पहले जिस सांप डसने से भाई-बहन की मौत हुई थी उसी घर में शुक्रवार रात सर्पदंश के चलते अब भाभी और ननद अस्पताल में जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही हैं। दोनों की हालत नाजुक है। सबसे खास बात ये कि दस साल की ननद को सांप ने दोबारा डसा है, पहली बार समय से इलाज मिलने पर वह बच गई थीं।
एक ही परिवार के पांच लोगों को डसने के चलते गांव में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। खौफ की वजह से ग्रामीणों ने गांव में झाड़फूंक औऱ तंत्र-मंत्र शुरू कर दिया है। दरअसल, इटौरा बुजुर्ग निवासी रामनरेश अहिरवार पत्नी अनीता के साथ दिल्ली में रहकर काम कर रहा था।
पांच संतानों में 20 साल का मिथुन, 16 साल की सरोज, 12 वर्षीय वीर नारायण, 10 वर्षीय प्रीति और सात साल का मोहित दादा-दादी के साथ गांव रहते थे। 31 जुलाई को छत पर सो रहे पांच भाई-बहनों में सरोज, वीरनारायण और प्रीति को जहरीले सांप ने डस लिया था। सरोज और वीरनारायण की मौत हो गई थी, जबकि प्रीति बच गई थी।
शुक्रवार रात फिर जहरीले सांप ने प्रीति और उसकी भाभी सपना को डस लिया। चीख-पुकार सुन सपना का पति मिथुन पहुंचा तो सांप सपना के आंचल में लिपटा था। बेटे और बेटी की मौत के बाद दिल्ली से वापस आए रामनरेश ने बहू और बेटी को स्वास्थ्य केंद्र पनवाड़ी में भर्ती कराया। यहां से डॉक्टरों ने दोनों को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। सपना के गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया जबकि प्रीति का इलाज जिला अस्पताल में ही चल रहा है।