Farrukhabad : शमसाबाद क्षेत्र में मनरेगा के कार्यों में लाखों का घोटाला
ग्रामीण इलाको में जारी मनरेगा के कार्यों में हजारों लाखों का गोलमाल हाजरी पक्की कार्य या तो कागजो में या फिर खाना पूरी,अधिकारी खबर के बाबजूद भी बेखबर।
शमशाबाद/ फर्रुखाबाद । जानकारी के अनुसार इसे शमसाबाद क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों का दुर्भाग्य कहे तो ज्यादा बेहतर होगा क्योंकि सरकार जहां एक ओर विकास कार्यों के जरिए ग्रामीण क्षेत्र की सूरत बदलने का प्रयास कर रही है बही दूसरी ओर प्रधान प्रतिनिधि भ्रष्टाचार को बड़ाबा दे रहे हैl
बिकास कार्यों के नाम पर सरकार हजारों लाखों का रुपए का बजट भी ग्राम विकास निधि को उपलब्ध करा रही है इतना सब कुछ होने के बावजूद भी जनप्रतिनिधि सरकार के अरमानों का गला घोंट प्रशासनिक अधिकारियो की आंखों में धूल झोंक चौकस कमाई की जा रही और कार्य के नाम पर खाना पूरी कर सरकार को लाखों रुपए का चूना लगा लगाया जा रहा है।
इसका उदाहरण शमशाबाद क्षेत्र की ग्राम पंचायत अहमदगंज में देखने को मिला जहां एक चक रोड पर मिट्टी का कार्य होना दर्शाया तो गया लेकिन हकीकत कोसों दूर नजर आई,जानकारी के अनुसार बताया गया है ग्राम सभा अहमदगंज जहा मनरेगा के अंतर्गत बिजेंदर मास्टर के खेत से सतीश के खेत तक चक रोड पर मिट्टी कार्य दर्शाया गया।
मौके पर पहुंचे समाचार प्रतिनिधि को गांव के कई लोगो ने दबी जुबान में में बताया मनरेगा के तहत चक रोड जिस पर मिट्टी डलवाए जा एक कार्य दर्शाकर प्रधान सचिन प्रशासनिक अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक रहे है हकीकत तो यही है यह सब कार्य सिर्फ कागज में हो रहा जमीनी हकीकत कोसों दूर है बताया गया है उक्त चक रोड जिसपर मिट्टी डलवाए जाने का कार्य कई दिनों से जारी है 45 मजदूरों की प्रतिदिन हाजिरी लगाई जा रही है ।
जो सिर्फ कागजों तक सीमित है या फिर खाना पूरी की जा रही है। इसी तरह विकासखंड शमाबाद क्षेत्र की ग्राम सभा सोना जानकीपुर में भी चार-पांच दिनों से मनरेगा के तहत कार्य होना दर्शाया जा रहा है जो बास्तबिक कागजों तक सीमित है तीस मजदूरों की हाजरी दर्शाई जा रही है ग्राम पंचायत सोना जानकीपुर जहा डामर रोड से कौशलेंद्र के खेत तक नाला सफाई तथा खुदाई का कार्य होना दर्शाया गया ग्रामीणों के अनुसार कार्य के नाम पर सिर्फ खाना पूरी की गई खानापूर्ति के तहत जहां सरकार के अरमानों का गला घोट जा रहा है वहीं दूसरी और प्रशासनिक अधिकारियों की आखों में धूल झोंक हजारों लाखों रुपए का घोटाला किया जा रहा है ।
आधुनिक दौड़ में सरकार का भी यही सपना हर गांव गली विकास से जुड़े और उसकी एक अलग पहचान हो गांव की गलियां मुख्य मार्गो से जुड़े जिससे ग्रामीणों को आने जाने का सुगम मार्ग मिले साथ ही हर किसान को खेतों तक जाने के लिए चक रोड मिले मनरेगा के तहत ग्राम प्रधान द्वारा मिट्टी का कार्य भी दर्शाया जा रहा लेकिन यह सब कागजों में तक ही सीमित है।
हकीकत कोसों दूर है सूत्रों के अनुसार यह कार्य बिभागीय अधिकारियो की सांठ गांठ से जारी है क्योंकि जहां एक ओर ग्राम प्रधान तथा पंचायत अधिकारी इस तरह के कार्य को अंजाम दे रहे हैं प्रशासन को चाहिए ग्राम विकास के अंतर्गत भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले जन प्रतिनिधियों तथा अधिकारियो के खिलाफ जांच कर दोषी लोगो के खिलाफ कार्रवाई की जाए जिसे भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सके।