ग्राम प्रधान व सचिव ने मिलकर ग्राम पंचायत के लाखों रुपए का किया गवन,विभाग द्वारा जाँच कार्य कराने में लापरवाही।
ग्राम प्रधान व सचिव ने मिलकर ग्राम पंचायत के लाखों रुपए का किया गवन,विभाग द्वारा जाँच कार्य कराने में लापरवाही।
शिकायत करने पर बौखलाए प्रधान ने शिकायतकर्ता पर फैसले का बनाया दबाव , फैसला न करने से दी जा रही हैं जान से मारने की धमकी।
कासगंज जनपद के विकास खंड अमांपुर में स्थित ग्राम पंचायत देवरी में ग्राम प्रधान व सचिव ने मिलकर ग्राम पंचायत के विकास को आए लाखों रुपए पर किया हाथ साफ। आपको बताते चलें ग्राम पंचायत देवरी मैं वित्तीय वर्ष 2021-22 से लेकर जून 2023 तक ग्राम पंचायत के विकास हेतु ग्राम पंचायत की विभिन्न निधियों के द्वारा अब तक 24 लाख रुपया शासन से स्वीकृत होकर ग्राम पंचायत को प्राप्त हो चुका है। उपरोक्त धनराशि को ग्राम प्रधान व सचिव ने मिलकर ग्राम पंचायत में फर्जी तरीके से विभिन्न कार्यों को दर्शाते हुए उपरोक्त धनराशि को पंचायत निधि के खातों से निकाल कर जमीनी स्तर मौके पर ना मात्र का कार्य करा कर लगभग ग्राम पंचायत का ₹ 20 लाख रुपया गबन कर लिया है। जिसकी शिकायत शिकायत कर्ता रामेश्वर सिंह ने लिखित रूप से शपथ पत्र सहित माननीय जिलाधिकारी महोदया, कासगंज जिला पंचायत राज अधिकारी कासगंज, खंड विकास अधिकारी अमांपुर को की थी,लेकिन दुर्भाग्य कहिए कि आज लगभग 3 महीने का समय निकाल जाने के बावजूद भी आज तक उपरोक्त ग्राम पंचायत में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जमीनी स्तर पर शिकायतकर्ता की उपस्थिति में जांच कराना उचित नहीं समझा। इससे साफ जाहिर होता है कि भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी मजबूती के साथ। विकास विभाग के कर्मचारी से लेकर के अधिकारी तक के दिल और दिमाग में अपनी जड़ें जमाए हुए हैं। इसी के साथ मौजूदा ग्राम प्रधान श्याम सिंह सुमन द्वारा शिकायतकर्ता को गलत तरीके से प्रताड़ित किया जा रहा है,और शिकायत को वापस करने के लिए गलत तरीके से गलत लोगों के द्वारा डराया धमकाया जा रहा है और प्रार्थी को उपरोक्त प्रधान द्वारा यदि शिकायत वापस नहीं ली गई तो जान से मारने या किसी अज्ञात बाहन से कुचलने की धमकियां आए दिन दी जा रही हैं ।मौजूदा ग्राम प्रधान शिकायत कर्ता को चैलेंज दे रहा है यदि शिकायतकर्ता ने शिकायत वापस नहीं की तो पुलिस से मिलकर के झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भिजवा देगा। मौजूदा ग्राम प्रधान दबंग व शातिर किस्म का व्यक्ति है क्षेत्र में रसूखदार लोगों से उसके संबंध हैं। इससे शिकायतकर्ता व उसके परिवार को मौजूदा ग्राम प्रधान से जान का खतरा है। प्रदेश में डबल इंजन की सरकार होते हुए भी इस तरह के भ्रष्टाचारियों और माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं क्या उन्हें कानून का कोई खौफ नहीं। इसलिए मेरा शासन प्रशासन से अनुरोध है कि तत्काल प्रभाव से ग्राम पंचायत देवरी में शिकायतकर्ता की उपस्थिति में जांच कराई जाए और जांच में दोषी पाए गए ग्राम प्रधान के खिलाफ सख्त कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए। यदि ग्राम पंचायत देवरी में अभिलंब जांच प्रक्रिया को नहीं किया गया तो शिकायतकर्ता मजबूर होकर मौजूदा ग्राम प्रधान के साथ-साथ ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर तक के कर्मचारीयों अधिकारियों को कार्य के प्रति उदासीनता व भ्रष्टाचार में संलिप्तता मानते हुए माननीय न्यायालय में जाने को मजबूर होगा। अब देखने वाली बात होगी कि क्या जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपरोक्त ग्राम पंचायत में अभिलंब जांच कार्य को कराते हैं या नही।