PAULO COELHO का कथन

Oct 24, 2023 - 20:23
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PAULO  COELHO  का कथन
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PAULO COELHO का कथन

हम अपनी भारतीय संस्कृति पर सात्विक गौरव महसूस करते हैं क्योंकि इसमें आध्यात्मिकता का उच्चतम स्तर हैं । पर कुछ विदेशी चिन्तक भी है जो आध्यात्मिकता का प्रचार कर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं ।

ब्राज़ील के चिन्तक PAULO COELHO ने अपने आलेखों में इतना सुन्दर कहा हैं कि “घृणा के भावों से निष्कासित उर्जा, आदमी को गर्त में ले जाएगी क्योंकि वह सही नहीं होगी नकारात्मक उर्जा होगी।किन्तु क्षमा की उर्जा आदमी के जीवन को सकारात्मकता से भर देगी क्योंकि वह सकारात्मक उर्जा होगी ।” मेरे चिन्तन से सही में सकारात्मकता वह ऊर्जा है जो जीवन के क्षण - क्षण को रोमांचित कर देती है । सकारात्मकता एक ऐसी ऊर्जा है जो जीवन के विकास को अद्वितीय गति प्रदान करती है ।

 किसी के लिए सूरज अग्नि बरसाता ,तपन फैलाता ,आग का शोला है तो किसी के लिए यही सूरज रौशनी बिखेरता,नयी सुबह की नई उम्मीदें जगाता- एक नयी सकारात्मक ऊर्जा का गोला है ।ठीक इसी तरह हमारी ज़िंदगी का भी यही सकारात्मकता का फ़लसफ़ा है । कोई सफल होने के लिए अवसर का इन्तजार करता है तो कोई प्राप्त अवसरों में ही सफलता का राज़ ढूँढ़ लेता है ।

 प्रकृति की वादियाँ ,कल-कल बहती नदियाँ,ऊँचाई से गिरते झरने - कइयों का मन मोह लेते हैं तो कइयों को लगता है- क्या रखा है देखने का इन पत्थर-पानी मे, ये तो व्यर्थ समय हमारा गँवाते हैं ।अनेक लोगों के लिए प्रकृति में भरे हैं- प्रेरणा के कई स्रोत जैसे पहाड़ में दृढ़ता है तो सागर में गहनता पर अनेकों के लिए ये हैं मात्र पत्थर और जल की सघनता है ।

जरुरत है - सही समय पर सही दृष्टिकोण का , उचित नज़रिए से ,उचित चिन्तन का ।क्यों कि सकारात्मकता ही सफलता का द्वार खोलेगी , जीवन को नये उजालों से प्रज्ज्वलित करेगी और सही नज़रिए की और हमको दृष्टिपात करेगी । प्रदीप छाजेड़ ( बोरावड़)