Durga Visarjan 2023: जानें कब है दुर्गा विसर्जन, इसबार दशहरा पर विदा नहीं होंगी माता
Durga Visarjan 2023: शारदीय नवरात्रि में जो लोग अपने घर पर या पंडाल में मां दुर्गा की मूर्तियां रखते हैं, वे महानवमी के अगले दिन दशहरा पर दुर्गा विसर्जन करते हैं,
जबकि घरों में दुर्गा विसर्जन महानवमी को होता है। मां दुर्गा को खुशी-खुशी विदा करते हैं ताकि वे फिर अगले साल पधारें और जीवन में खुशहाली आए. हालांकि इस साल दुर्गा विसर्जन दशहरा के दिन नहीं होगा. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट का कहना है कि इस वर्ष दशहरा 24 अक्टूबर मंगलवार के दिन पड़ रहा है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मंगलवार के दिन बेटी को विदा नहीं करते हैं, ऐसे में मां दुर्गा की विदाई मंगलवार को कैसे कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि इस वर्ष दुर्गा विसर्जन कब है? दुर्गा विसर्जन का समय क्या है? मां दुर्गा किस वाहन पर सवार होकर विदा होंगी? कब है दुर्गा विसर्जन 2023? इस साल दुर्गा विसर्जन महानवमी के दिन करना उचित है. इस बार महानवमी 23 अक्टूबर दिन सोमवार को है ।
ऐसे में दुर्गा विसर्जन भी 23 अक्टूबर को करें. 24 को मंगलवार होने के कारण दुर्गा विसर्जन दशहरा पर नहीं करें। दुर्गा विसर्जन अक्षत् और मंत्र से होगा, लेकिन ध्यान रखें कि घरों में कलश और पंडाल में दुर्गा मूर्ति को स्थान से हटाया नहीं जाएगा. दशहरा को कलश और दुर्गा मूर्ति अपने स्थान पर रहेंगे। 25 अक्टूबर बुधवार को सूर्योदय बाद से दुर्गा मूर्ति और कलश को स्थान से हटाएं. दुर्गा मूर्ति को नदी, तालाब, पोखर आदि में विसर्जित कर दें।
शरद पूर्णिमा पर है चंद्र ग्रहण का साया, कब रखें खीर? जानें सही समय, लेकिन न करें यह गलती महानवमी की तिथि कब से कब है? पंचांग के अनुसार, इस साल शारदीय नवरात्रि की नवमी तिथि की शुरूआत 22 अक्टूबर को शाम 07 बजकर 58 मिनट पर होगा और यह तिथि 23 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 44 मिनट तक रहेगी. उदया तिथि की मान्यता के आधार पर महानवमी 23 अक्टूबर को है। रवि और सर्वार्थ सिद्धि योग में दुर्गा विसर्जन महानवमी के दिन रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहे हैं ।
सर्वार्थ सिद्धि योग प्रात:काल में 06:27 बजे से शुरू हो जाएगा और शाम 05:14 बजे तक रहेगा, जबकि रवि योग पूरे ही दिन है. ऐस में दुर्गा विसर्जन रवि और सर्वार्थ सिद्धि योग में होगा। दुर्गा विसर्जन का समय 2023 महानवमी के दिन आप मां सिद्धिदात्री की पूजा और नवरात्रि का हवन करें. यदि 9 दिन का व्रत हैं तो पूजा के बाद पारण करें।
फिर दोपहर में 2 बजे से लेकर दोपहर 03:30 बजे के मध्य कभी भी अक्षत् और मंत्र से दुर्गा विजर्सन करें. फिर 25 अक्टूबर को घरों में स्थापित नवरात्रि कलश को स्थान से हटा दें। विधि विधान से मां दुर्गा को विदा करें. उनकी मूर्तियों का विसर्जन करें। इस साल मुर्गे पर विदा होंगी मां दुर्गा इस बार दशहरा मंगलवार को है, इसलिए मां दुर्गा के विदा होने का वाहन मुर्गा है. मां दुर्गा मुर्गे पर सवार होकर विदा होंगी. जब मां दुर्गा मुर्गा पर विदा होती हैं तो वह लोगों के कष्ट को बढ़ाने वाला हो सकता है. लोगों की परेशानियों में बढ़ोत्तरी हो सकती है।