पुलिस से बचने के लिए पोखर में कूदा युवक, मौत के बाद लोगों ने लगाई आग
पुलिस छापेमारी के दौरान एक युवक के तालाब में डूबने से आक्रोशित ग्रामीणों ने गरहां ओपी का घेराव कर आगजनी की.
बिहार के मुजफ्फरपुर में बुधवार शाम जमकर बवाल हुआ. दरअसल, अवैध शराब की सूचना पर पुलिस छापेमारी करने पहुंची थी. वहां चार लोग थे. इनमें से दो को पुलिस ने पकड़ लिया, जबकि दो लोग पुलिस से बचने के लिए पास के गड्ढे में कूद गए. इनमें से एक युवक की मौत हो गई. इसकी जानकारी मिलते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गये और गरहां ओपी का घेराव कर आगजनी कर हंगामा किया. मामला बोचहां प्रखंड के रामपुर जयपाल गांव का है.
ग्रामीणों ने ओपी का गेट तोड़ दिया. साथ ही मालखाने में खड़ी दो दर्जन से अधिक मोटरसाइकिल और दो पुलिस गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. इतना ही नहीं गुस्साए ग्रामीणों ने पास स्थित एक झोपड़ी में भी आग लगा दी. इस दौरान जब चौकीदार और पुलिसकर्मियों ने ग्रामीणों को रोकने की कोशिश की तो उनके साथ भी मारपीट की गई. हालात बेकाबू होते देख जिला मुख्यालय से कई थानों की पुलिस बल को मौके पर भेजा गया और स्थिति पर काबू पाया गया.
इसके बाद एसएसपी खुद फायर ब्रिगेड की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और झोपड़ी और गाड़ियों में लगी आग पर काबू पाया. फिलहाल गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, रामपुर जयपाल पंचायत में शराब आने और बिकने की सूचना मिली थी. इस सूचना पर पुलिस टीम ने छापेमारी कर दो लोगों को हिरासत में लिया. लेकिन पुलिस को आते देख गिरफ्तार युवकों के पास बैठे दो अन्य लोग भागने के लिए पास के तालाब में कूद गये. उनमें से एक तो दूसरी तरफ से भाग निकला, लेकिन दूसरे की डूबने से मौत हो गई.
मृतक की पहचान जितेंद्र कुमार के रूप में हुई है. इधर, जैसे ही जितेंद्र की मौत की खबर ग्रामीणों को मिली, बड़ी संख्या में लोग जुट गये और शव को गरहां ओपी के सामने रखकर प्रदर्शन करने लगे. बाद में एसएसपी, सिटी एसपी आदि ने ग्रामीणों को शांत कराया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. पुलिस ने बताया कि ग्रामीणों ने एनएच-57 पर मुजफ्फरपुर-दरभंगा मार्ग को अवरुद्ध कर दिया और विरोध प्रदर्शन किया। एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि इस संबंध में संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है.