कपिल में खुदाई में मिली प्राचीन प्रतिमा: जैन मुनि ने इसे भगवान ऋषभदेव की 2000 वर्ष पुरानी मूर्ति बताया
कपिल में खुदाई में मिली प्राचीन प्रतिमा: जैन मुनि ने इसे भगवान ऋषभदेव की 2000 वर्ष पुरानी मूर्ति बताया
कायमगंज/फर्रुखाबाद । जैन मुनि ने किया प्राचीन प्रतिमा का अवलोकन। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले की पौराणिक तीर्थ नगरी कपिल में हाल में ही हुई खुदाई के दौरान एक प्राचीन प्रतिमा मिली है। बुधवार देर शाम जैन मुनि आचार्य हार्दिक रत्न सूरी महाराज ने इस प्रतिमा को भगवान ऋषभदेव की लगभग 1800 से 2000 वर्ष पुरानी मूर्ति बताया। आचार्य हार्दिक रत्न सूरी महाराज नेपाल में चातुर्मास पूर्ण करने के बाद पैदल गुजरात की ओर प्रस्थान कर रहे थे। इसी यात्रा के दौरान उन्होंने कपिल स्थित श्वेतांबर जैन मंदिर में दर्शन किए और एक धर्मसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने मंदिर परिसर में मिली प्राचीन प्रतिमा का अवलोकन किया।
आचार्य श्री ने इस प्रतिमा को जैन धर्म की ऐतिहासिक विरासत और कपिल की आध्यात्मिक महत्ता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि कपिल जैसी भूमि पर ऐसी प्राचीन प्रतिमा का मिलना यह दर्शाता है कि यह क्षेत्र प्राचीन काल से ही धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों का केंद्र रहा है। यह धरोहर जैन इतिहास के संदर्भ में अत्यंत महत्वपूर्ण है। जैन श्वेतांबर मंदिर कपिल के ट्रस्टी पुखराज डागा ने बताया कि खुदाई में मिली सभी मूर्तियां खंडित अवस्था में हैं। उनका मानना है कि प्राचीन काल में इस नगरी पर हुए आक्रमणों के कारण ये मूर्तियां खंडित हुई होंगी। डागा ने यह भी जानकारी दी कि सभी खंडित प्राचीन मूर्तियों को मंदिर के संग्रहालय परिसर में धरोहर के रूप में संरक्षित किया जाएगा। उन्होंने मंदिर के आसपास के क्षेत्र में और भी मूर्तियों के छिपे होने की संभावना जताई। इस अवसर पर स्थानीय जैन समाज ने आचार्य श्री का भव्य स्वागत किया। मंदिर में विशेष आरती और मंगल पाठ का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
जानकारी के अनुसार, आचार्य हार्दिक रत्न सूरी महाराज कपिल में अल्प विश्राम के बाद पैदल ही गुजरात की ओर अपनी यात्रा जारी रखेंगे। इस कार्यक्रम में उद्योगपति व प्रमुख समाजसेवी सत्यप्रकाश अग्रवाल, ऋषभ गुप्ता, अंकज शर्मा सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।