Tomato Prices : सबकुछ ठीक होने के बाद क्यों बढ़ रहे टमाटर के दाम ..?
Tomato Prices : सबकुछ ठीक होने के बाद क्यों बढ़ रहे टमाटर के दाम ..?
Tomato Prices Hike: बारिश और भीषण गर्मी के दौरान टमाटर के रेट में हर साल तेजी आती है, यह किस्सा हर साल का है. डेढ़ साल पहले साल 2024 के दौरान टमाटर के रेट में इतनी तेजी आई कि इसका भाव चढ़कर 200 रुपये किलो तक पहुंच गया।
उस दौरान कीमत पर लगाम लगाने के लिए नेफेड (NAFED) के जरिये सरकार को आगे आना पड़ा और सस्ती कीमत पर ओपन मार्केट में टमाटर की बिक्री करनी पड़ी। बहुत से व्यापारी तो गर्मियों से पहले टमाटर को कोल्ड स्टोर में भरकर अच्छा खासा पैसा भी कमाते हैं. लेकिन पिछले 15 दिन से टमाटर के रेट में फिर से तेजी देखी जा रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 19 अक्टूबर से 19 नवंबर के बीच देशभर में टमाटर की औसत खुदरा कीमत 36 रुपये से बढ़कर 46 रुपये किलो तक पहुंचा गया. यानी इस दौरान टमाटर के रेट ने 27% की छलांग लगाई। चंडीगढ़ में तो टमाटर की कीमत में 112% की बेतहाशा बढ़ोतरी देखने को मिली।
आंध्र प्रदेश, हिमाचल और कर्नाटक में भी 40% से ज्यादा महंगाई दर्ज की गई. दिल्ली-नोएडा में अच्छा टमाटर 80 से 100 रुपये किलो तक बिक रहा है। टमाटर के रेट में क्यों आ रही तेजी? अक्टूबर महीने में हुई बारिश ने टमाटर की सप्लाई पर ब्रेक लगा दिया. दूसरी तरफ शादियों का सीजन जोरों पर है, अगले महीने दिसंबर के महीने में क्रिसमस-न्यू ईयर पार्टी भी आने वाली है। ऐसे में डिमांड ज्यादा है और सप्लाई कम. इसका नतीजा यह हो रहा है कि महज 15 दिन में कीमत 50% तक उछल गईं. व्यापारियों का कहना है कि कीमत अभी और ऊपर जा सकती हैं।
कीमत में तेजी आने से पहले अक्टूबर के महीने में टमाटर, प्याज और आलू काफी सस्ते हो गए थे। कीमत में गिरावट का असर यह हुआ था कि महंगाई दर 2013 के बाद सबसे कम 0.25% रह गई थी. टमाटर तो -42.9% तक सस्ता हो गया था. लेकिन नवंबर आते-आते बारिश ने पूरा खेल ही पलट दिया. अब महंगाई एक बार फिर से सिर उठाने लगी है।