Farrukhabad News : तहसील में भ्रष्टाचार पर अधिवक्ता आंदोलित
तहसील में भ्रष्टाचार पर अधिवक्ता आंदोलित
कायमगंज/फर्रुखाबाद। तहसील में बढ़ते भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी और अधिकारियों की मनमानी के खिलाफ रेवेन्यू बार एसोसिएशन के वकील आंदोलित हो उठे हैं। अधिवक्ताओं ने सोमवार को आरोप लगाए और तहसील में फैली अनियमितताओं पर तत्काल कार्रवाई की मांग की। साथ ही वकीलों ने चेतावनी दी कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं होता, तब तक वे न्यायालयों का पूर्ण बहिष्कार कर न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। तहसील पहुंचे एसोसिएशन पदाधिकारियों का कहना था कि तहसील में कथित दलालों को संरक्षण देकर राजस्व मामलों में अवैध वसूली की जा रही हैं।
वकीलों ने आरोप लगाया कि न्यायालय में केस लिस्ट न बनवाकर जानबूझकर दबाव बनाया जा रहा है, जबकि उनकी समस्याओं पर अधिकारियों द्वारा न तो कोई वार्ता की जा रही है और न ही निस्तारण। उन्होंने कहा खतौनी में अंश निर्धारण में लेखपालों द्वारा अनियमितताएं, अंश दुरुस्ती के नाम पर किसानों से अवैध वसूली की जा रही है। उन्होंने कहा खतौनी में दर्ज पूर्व आदेशों का निफाज न होना, 40 वर्षों से असंक्रमणीय भूमिधर दर्ज किसानों को संक्रमणीय भूमिधर न बनाना और मृतक खातेदारों की वरासत दर्ज नहीं की जा रही, जबकि कोई विधिक वारिस भी नहीं है। वकीलों ने आगे कहा बहस पूरी होने के बावजूद नियत तिथि पर आदेश न जारी करना।चिह्नित पत्रावालियों को ही सुनवाई में लेना, अन्य पत्रावलियां अनिश्चितकाल तक लंबित रखना और तजवीसानी से जुड़ी कई पत्रावालियां न तो पोर्टल पर दर्ज है, न ही वाद संख्या आवंटित है। उन्होंने कहा पुरानी पत्रावालियों को न्यायालय में प्रस्तुत न करना और पोर्टल पर प्रविष्टि न करना शामिल है। धारा 24 मेडबंदी वाले मामलों में राजस्व संहिता के विपरीत कार्रवाई, निरीक्षकों द्वारा समय से आख्या नहीं भेजी जाती है। जबकि भ्रष्टाचार में निलंबित लेखपाल व कानूनगो को पुनः उसी क्षेत्र में तैनात किया जाता है। वकीलों ने कहा कि तहसील में भ्रष्टाचार चरम पर है और वादकारी न्याय पाने से वंचित हो रहे हैं। प्रदर्शन की जानकारी पर उप जिलाधिकारी अतुल कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और उनकी समस्याएंसनी। उसके बाद वह वापस लौट गए।
इसके बाद एसोसिएशन ने जिलाधिकारी को रजिस्ट्री डॉक से ज्ञापन भेजा। उन्होंने कहा समाधान नहीं हुआ तो अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। वही बार एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि जब तक ठोस कार्रवाई नहीं होती, तब तक विरोध जारी रहेगा। आवश्यक होने पर अधिवक्ता धरना-प्रदर्शन और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जाएंगे। इस दौरान अध्यक्ष विश्वेश्वर दयाल यादव, अवनीश गंगवार, इंद्रेश गंगवार, अनोखेलाल, रामदास वर्मा आदि मौजूद रहे।