अभिभावक बच्चों को 2 घंटे का समय प्रति दिन अवश्य दें-डॉ मिथलेश अग्रवाल
■ स्कूल कायमगंज में बच्चों ने मनाया ग्रैंडपेरेंट्स डे
★अभिभावक बच्चों को 2 घंटे का समय प्रति दिन अवश्य दें-डॉ मिथलेश अग्रवाल
★बच्चों के कार्यक्रम देख आगंतुक हुए मंत्रमुग्ध जमकर बजी तालियां
कायमगंज/फर्रुखाबाद। सी.पी. विद्या निकेतन स्कूल में ग्रैंड पैरंट्स डे का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत संचालकों के द्वारा विषय, उद्देश्य एवं महत्व की परिचर्चा से हुआ। तत्पश्चात मुख्य अतिथि अंजू राजे डिप्टी डायरेक्टर सी. पी. इंटरनेशनल स्कूल फर्रुखाबाद, विशिष्ट अतिथि मिथलेश अग्रवाल डायरेक्टर सी. पी. ग्रुप आफ स्कूल एवं प्रबंधक सत्य प्रकाश अग्रवाल को बुके एवं बैज ऑफ ऑनर प्रदान कर अतिथियों का अभिनंदन व स्वागत किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने भी अपने दादा-दादी और नाना-नानी का तिलक व पुष्प अर्पण कर उनका स्वागत किया। बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां में, एक प्यार का नगमा है, वो कागज की किश्ती गीत, नृत्य और कविताओं के माध्यम से उन्होंने अपने बुजुर्गों के प्रति सम्मान और स्नेह व्यक्त किया, जिससे विद्यालय परिसर में उमंग और उल्लास का माहौल छा गया।
कार्यक्रम में ‘अनुभव साझा मंच’ के माध्यम से दादा-दादी और नाना-नानी ने अपने जीवन के अनुभव बच्चों के साथ साझा किए। उन्होंने बताया कि भारतीय संस्कृति में बड़ों का सम्मान करना और उनसे जीवन की सीख लेना प्राचीन व अमूल्य परंपराओं में से एक है। आधुनिक समय में तकनीक और सूचनाओं के सैलाब के बीच भी परिवार के संस्कार और परंपरा सबसे बड़ा सहारा हैं। इस अवसर पर बच्चों ने अपने हाथों से बनाए शुभकामना कार्ड भी ग्रैंडपेरेंट्स को भेंट किए। बच्चों की मासूम भावनाओं और रचनात्मकता ने बुजुर्गो का मन मोह लिया। सी. पी ग्रुप ऑफ स्कूल की निदेशिका डॉ मिथलेश अग्रवाल ने कहा कि हमारे बुजुर्ग चलते-फिरते ज्ञानकोष हैं। उनकी संगत और उनके अनुभव बच्चों को जीवन का सही दृष्टिकोण देते हैं। ऐसे आयोजन न केवल बच्चों में कृतज्ञता और पारिवारिक मूल्यों का भाव जगाते हैं, बल्कि संस्कृति से जुड़ाव भी बढाते हैं।
मुख्य अतिथि अंजू राजे ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से आज के युग में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए ग्रैंड पैरेंट्स का जागरूक होना अति आवश्यक है। आज की आधुनिक जीवनशैली में जहां संयुक्त परिवार की परंपरा धीरे-धीरे लुप्त हो रही है, वहीं बच्चों के लिए दादा-दादी और नाना-नानी का सानिध्य अमूल्य धरोहर है। इस अवसर पर कायमगंज की पहचान पर्यावरण प्रेमी एवं स्कूल प्रबंधक सत्यप्रकाश अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि इस दिवस का उद्देश्य पारिवारिक मूल्यों को संजोना एवं नई पीढ़ी को दादा-दादी तथा नाना-नानी के प्रति सम्मान भाव सिखाना है। प्रधानाचार्य आर. के. बाजपेई ने सभी अतिथियों का हृदय से आभार प्रकट कर कहा कि दादा-दादी तथा नाना-नानी अपने जीवन के अनुभवों के माध्यम से हमें कठिन परिस्थितियों में आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देते हैं।
उनका स्नेह, त्याग और धैर्य ही बच्चों के चरित्र निर्माण की असली पाठशाला है। इस अवसर पर एस. के. बाजपेई, पंकज शुक्ला, हरीश पचौरी, अनुज गंगवार, गोविन्द्र गुप्ता, प्रदीप शाक्य, निर्मला चौहाल, नीलस त्रिवेदी, सहित अनेक अध्यापक-अध्यापिकाएँ एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रही। कार्यक्रम का समापन उप प्रधानाचार्य दीपक कुमार जैना, के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। अंत में राष्ट्रीय गान गाकर कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाया गया।