विकसित एवं आत्मनिर्भर भारत’’ विषय पर बाल विज्ञानियों ने प्रस्तुत किये मॉडल
’विकसित एवं आत्मनिर्भर भारत’’ विषय पर बाल विज्ञानियों ने प्रस्तुत किये मॉडल
अलीगढ़ । उत्तर प्रदेश के राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान प्रयागराज के अन्तर्गत माध्यमिक शिक्षा विभाग के तत्वाधान में जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ पूरन सिंह के निर्देशन में 53 वीं बाल विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी का भव्य आयोजन श्री टीकाराम कन्या इंटर कॉलेज अलीगढ़ की प्रधानाचार्य डॉ इंदू सिंह, जिला समन्वयक राजीव कुमार अग्रवाल, सुश्री हर्षी गुप्ता एवं निर्णायक सदस्यों के संयोजन में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ पूरन सिंह एवं निर्णायक सदस्यों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलन व माल्यार्पण कर संयुक्त रूप से किया गया। जिला विद्यालय निरीक्षक अलीगढ डॉ पूरन सिंह ने कहा कि प्रत्येक बालक अद्वितीय क्षमताओं का भंडार है, हम सभी शिक्षकों को उनकी प्रत्येक जिज्ञासा को शांत करना चाहिए।
निर्णायक सदस्य गिरीश चंद्र शर्मा ने कहा कि कल्पना की उड़ान और प्रयोग की सच्चाई, यही विज्ञान है। हर्षी गुप्ता ने कार्यक्रम का परिचय एवं उनके मूल्यांकन बिंदुओं को विस्तार से समझाया। जिला समन्वयक राजीव कुमार अग्रवाल ने बताया कि इस प्रदर्शनी का 53 वीं बाल विज्ञान प्रदर्शनी का मुख्य विषय ’’विकसित एवं आत्मनिर्भर भारत’’ है, जिला स्तरीय बाल विज्ञान प्रदर्शनी में सभी सात उप विषयों पर जूनियर वर्ग स्थिर में 36 मॉडल जूनियर वर्ग क्रियाशील में 31 मॉडल सीनियर वर्ग स्थिर में 02 सीनियर वर्ग क्रियाशील में 16 एवं अध्यापक वर्ग में 03 सहित 88 मॉडल प्रस्तुत किये। निर्णायक मण्डल की भूमिका का निर्वहन डॉ० ए०के०एस० चौहान धर्म समाज महाविद्यालय, डॉ सोनी सिंह, डॉ० बीनू त्रिपाठी श्री टीकाराम कन्या महाविद्यालय, प्रोफेसर रोली अग्रवाल श्री वार्ष्णेय महाविद्यालय , सुश्री मोनिका शर्मा, रितेश यादव डायट प्रवक्ता जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जवाहर लाल ,हीरा लाल बारह सैनी इंटर कॉलेज अलीगढ़ ने किया। कार्यक्रम में विद्यालय की प्रधानाचार्य इंदू सिंह एवं जिला समन्वयक राजीव कुमार अग्रवाल ने सभी सम्मानित अतिथियों को वेज लगाकर और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम को सफल संचालन में सुनीता ,विनीता सिंह भारती,रेखा जाटव ,अलका, शालिनी ,दीपिका वार्ष्णेय, रजनी पचौरी ,रंजना देवी ,नीरज, पुनीता गुप्ता ,ज्योति कुशवाहा एवं समस्त विद्यालय परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका रही। अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ इंदू सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी विद्यार्थियों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण उत्पन्न करने के लिए प्रेरित किया





