उर्वरक वितरण व्यवस्था का औचक निरीक्षण, पारदर्शिता और सुलभता सुनिश्चित करने के निर्देश
उर्वरक वितरण व्यवस्था का औचक निरीक्षण, पारदर्शिता और सुलभता सुनिश्चित करने के निर्देश
जिलाधिकारी के आदेश पर जिला कृषि अधिकारी की कार्रवाई, खाद-बीज के लिए लिए नमूने, अनियमितता पर नोटिस
एटा। जिलाधिकारी प्रेमरंजन सिंह के निर्देशों के अनुपालन में जनपद में किसानों को उर्वरक की पारदर्शी व सुलभ आपूर्ति सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से आज जिला कृषि अधिकारी डॉ. मनवीर सिंह, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता सतीश कुमार द्वारा सहकारी समितियों व निजी विक्रेताओं के बिक्री केंद्रों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मंडी समिति में डीएपी खाद का वितरण टोकन प्रणाली के माध्यम से व्यवस्थित और पारदर्शी ढंग से कराया गया। मौके पर उपस्थित किसानों ने भी वितरण प्रणाली की सराहना की। इसके उपरांत जिला कृषि अधिकारी डॉ. मनवीर सिंह ने जैथरा स्थित सुखबीर खाद बीज भंडार का निरीक्षण कर दो खाद और दो बीज के नमूने लिए। अलीगंज में सुरेश खान भंडार से एक खाद और दो बीज के नमूने, कृषि बीज भंडार से एक खाद और एक बीज का नमूना तथा आंसी खाद भंडार से दो बीज के नमूने लिए गए।
जैथरा के अंशुल खाद भंडार से एक खाद और एक बीज का तथा अन्वी खाद बीज भंडार से दो खाद और दो बीज के नमूने लिए गए। अन्वी खाद भंडार में अभिलेख अपूर्ण पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि जनपद में इस समय **20760 मीट्रिक टन यूरिया**, **8881 मीट्रिक टन डीएपी** तथा **4591 मीट्रिक टन एनपीके** उपलब्ध है। किसानों से अपील की गई है कि उर्वरक आवश्यकता अनुसार ही खरीदें। नियमित रूप से रैक आ रही हैं, अतः धैर्य बनाए रखें। उन्होंने किसानों को सलाह दी कि उर्वरकों का प्रयोग संतुलित मात्रा में और सिफारिश के अनुसार ही करें। इस समय सरसों और आलू की बुवाई हेतु फॉस्फेटिक उर्वरकों की खरीद आवश्यक है, जबकि गेहूं के लिए नवंबर माह में उर्वरक क्रय करें। सभी समितियों के सचिवों एवं विक्रेताओं को निर्देशित किया गया है कि वे किसानों को **खतौनी व आधार कार्ड** के आधार पर ही उर्वरक दें। साथ ही दुकानों पर **रेट लिस्ट, स्टॉक रजिस्टर, बिक्री रजिस्टर** रखें एवं किसानों को **पॉश मशीन से पर्ची** अवश्य दें। किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी।





